रुड़की: पिरान कलियर दरगाह अब्दाल साहब स्थित शाह मंजर एजाज कुददुसी साबरी का सालाना उर्स बड़ी सादगी के साथ मनाया गया. उर्स का आगाज चादर पोशी के साथ महफिले मिलाद शरीफ, महफिल-ए-कव्वाली और खत्म शरीफ के साथ हुआ. कोविड-19 के चलते उर्स में दूर दराज से आने वाले अकीदतमंद शिरकत नहीं कर पाये. स्थानीय अकीदतमंदों ने दरगाह पहुंचकर अमन और चैन की दुआएं मांगी.
बता दें सूफी संतो की नगरी पिरान कलियर में चारों ओर बुजुर्गाने दीन के मजारात है. कलियर में विश्व प्रसिद्ध हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक की दरगाह है. जहां देश-विदेश से जायरीन फैजियाब होने के लिए मजार पर अपनी हाजरी पेश करते हैं.
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दरगाह साबिर पाक के खिदमतगार शाह मंजर एजाज कुददुसी साबरी उर्फ शिम्मी मियां का पांचवा सालाना उर्स मनाया जा रहा है. उर्स का आगाज शनिवार को मिलाद शरीफ और चादरपोशी के साथ हुआ. उर्स में कुल शरीफ, महफिले शमा, दुआए खैर आदि रसुमात अदा की गई.
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उर्स में आसपास से आए अकीदतमंदों ने दरगाह साबिर पाक पर चादर पोशी के बाद दरगाह शाह मंजर एजाज कुददुसी साबरी पर चादर पेश की. साथ ही उन्होंने अकीदत के फूल भी चढ़ाये गये. इस दौरान मुल्क में अमनो-चैन और सलामती की दुआएं भी मांगी गई.
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इस मौके पर दरगाह नायब सज्जादा नशीन साहबजादा शाह अली एजाज़ कुद्दुसी साबिरी ने बताया कि इस बार कोरोना के कारण उर्स बड़ी सादगी के साथ मनाया गया है. उर्स में होने वाली रसुमात अदा की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि हर साल उर्स में दूर दराज से अकीदतमंद आते थे, मगर इस बार ऐसा नहीं है.