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गंगा में सिक्के ढूंढने वाले अब बचाएंगे जान, कुंभ मेलाधिकारी ने बनाई योजना - हरिद्वार कुंभ मेला

कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत की इस पहल से न सिर्फ इन गोताखोरों को रोजगार मिलेगा, बल्कि भविष्य में जिला प्रशासन भी लोगों को बचाने के लिए इनकी मदद ले सकेगा.

haridwar Kumbh Mela
फाइल फोटो.
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Published : Oct 14, 2020, 5:03 PM IST

Updated : Oct 15, 2020, 7:20 PM IST

हरिद्वार: 2021 कुंभ मेले अब गंगा में सिक्के और नारियल ढूंढने वाले गोताखोरों को भी रोजगार मिलेगा. स्नान के दौरान गंगा में डूबने वाले श्रद्धालुओं को बचाने के लिए इन गोताखोरों का एक विशेष दल बनाया जाएगा. जिनकी गंगा किनारे घाटों पर तैनात की जाएगी. इस काम के लिए इन गोताखोरों को वर्दी के साथ मानदेय भी दिया जाएगा. जिसकी तैयारी कुंभ मेला प्रशासन ने शुरू कर दी है.

हरिद्वार में कुंभ मेला हो या अन्य स्नान पर्व अभी तक डूबते हुए लोगों को बचाने के लिए जल पुलिस की ही तैनाती की जाती है, लेकिन इस बार गंगा में सिक्के और नारियल खोजने वाले गोताखोरों को भी रक्षक के तौर पर तैनात किया जाएगा. कुंभ मेला प्रशासन ने इसकी योजना तैयार कर ली है.

कुंभ मेलाधिकारी ने बनाई योजना.

पढ़ें- फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा: NSUI का सचिवालय कूच, हरदा और प्रीतम सिंह हुए शामिल

कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने इसके लिए 100 से अधिक गोताखोरों का चयन कर लिया है, जिन्हें अब विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. उनके बाद उनकी तैनाती की जाएगी. इसके अलावा गंगा में बेरिकेड्स आदि लगाकर भी श्रद्धालुओं को डूबने के बचाने की योजना बनाई गई है.

बता दें कि धर्मनगरी हरिद्वार में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बहती गंगा में सिक्के, धातुओं और नारियल प्रसाद आदि खोजने का काम करते है. इन लोगों की तैराकी बड़ी कमाल की होती है. इनमें अधिकतर लोग इसके जरिये ही अपनी रोजी-रोटी कमा लेते है, लेकिन कुंभ मेला प्रशासन की अनूठी पहल से इन्हें रोजगार तो मिलेगा ही बल्कि आगे आने वाले अन्य स्नान पर्वों पर भी प्रशासन को बड़ा सहयोग मिल सकता है.

हरिद्वार: 2021 कुंभ मेले अब गंगा में सिक्के और नारियल ढूंढने वाले गोताखोरों को भी रोजगार मिलेगा. स्नान के दौरान गंगा में डूबने वाले श्रद्धालुओं को बचाने के लिए इन गोताखोरों का एक विशेष दल बनाया जाएगा. जिनकी गंगा किनारे घाटों पर तैनात की जाएगी. इस काम के लिए इन गोताखोरों को वर्दी के साथ मानदेय भी दिया जाएगा. जिसकी तैयारी कुंभ मेला प्रशासन ने शुरू कर दी है.

हरिद्वार में कुंभ मेला हो या अन्य स्नान पर्व अभी तक डूबते हुए लोगों को बचाने के लिए जल पुलिस की ही तैनाती की जाती है, लेकिन इस बार गंगा में सिक्के और नारियल खोजने वाले गोताखोरों को भी रक्षक के तौर पर तैनात किया जाएगा. कुंभ मेला प्रशासन ने इसकी योजना तैयार कर ली है.

कुंभ मेलाधिकारी ने बनाई योजना.

पढ़ें- फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा: NSUI का सचिवालय कूच, हरदा और प्रीतम सिंह हुए शामिल

कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने इसके लिए 100 से अधिक गोताखोरों का चयन कर लिया है, जिन्हें अब विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. उनके बाद उनकी तैनाती की जाएगी. इसके अलावा गंगा में बेरिकेड्स आदि लगाकर भी श्रद्धालुओं को डूबने के बचाने की योजना बनाई गई है.

बता दें कि धर्मनगरी हरिद्वार में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बहती गंगा में सिक्के, धातुओं और नारियल प्रसाद आदि खोजने का काम करते है. इन लोगों की तैराकी बड़ी कमाल की होती है. इनमें अधिकतर लोग इसके जरिये ही अपनी रोजी-रोटी कमा लेते है, लेकिन कुंभ मेला प्रशासन की अनूठी पहल से इन्हें रोजगार तो मिलेगा ही बल्कि आगे आने वाले अन्य स्नान पर्वों पर भी प्रशासन को बड़ा सहयोग मिल सकता है.

Last Updated : Oct 15, 2020, 7:20 PM IST
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