हरिद्वार: चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुई त्रासदी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस वक्त पूरा देश उत्तराखंड के साथ खड़ा है और वे भी उत्तराखंड की त्रासदी में उनके साथ हैं. उन्होंने कहा कि आपदा में ऋषिगंगा हाइड्रो प्रोजेक्ट को हुए नुकसान और मानवीय क्षति की भरपाई मुश्किल है.
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती सोमवार को हरिद्वार प्रवास पर थीं. इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में आई त्रासदी पर वार्ता करते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में आज पूरा देश उत्तराखंड के साथ खडा है. उन्होंने त्रासदी को भयानक बताते हुए कहा कि इस त्रासदी की भरपाई मुश्किल होगी.
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उन्होंने बताया कि साल 2013 की त्रासदी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई थी, जिसमें उत्तराखंड में विकास को लेकर खास बातें कही गई थीं. उसमें कहा गया कि उत्तराखंड के पहाड़ नए पहाड़ हैं, जो बहुत कमजोर हैं. इनमें अक्सर भूस्खलन होता रहता है. यहां के ग्लेशियर की उम्र का पता तो वैज्ञानिक लगा सकते हैं, परंतु उसके गिरने की पूर्व तारीख नहीं बता सकते. इसलिए उत्तराखंड में रोजगार के अवसरों के सृजन, पलायन को रोकने के कार्यों के साथ ही के विकास और यहां के ईको सिस्टम का ख्याल रखना होगा.