हरिद्वार/काशीपुर/जोशीमठ: कोरोना कर्फ्यू की वजह से व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ता और महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए हरिद्वार बस अड्डे के पास घंटे, शंख बजाकर सरकार को जगाने का प्रतीकात्मक प्रयास किया. सुनील सेठी ने कहा कि सरकार की नींद कब टूटेगी, इसी को लेकर महानगर व्यापार मंडल का प्रयास जारी है.
सेठी ने कहा कि कुंभकर्णी नींद में सोई सरकार व्यापारियों को बर्बाद करना चाहती है. इसका जवाब आगामी चुनाव में जरूर दिया जाएगा. हर वर्ग का व्यापारी त्रस्त है, लेकिन सरकार कोई राहत देना तो दूर उनके प्रतिष्ठान भी नहीं खोलने दे रही है. साथ ही प्रतिष्ठान खोलने के साथ पहले 01 वर्ष के बिजली-पानी के बिल, स्कूलों की फीस माफी की जाए. चार धाम यात्रा को सुचारू रूप से कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए शुरू करवाया जाए.
सुनील सेठी ने कहा कि ट्रैवल्स व्यापारी, होटल व्यवसायी या लघु व्यापारी सब परेशान हैं. आर्थिक रूप से अब दिनचर्या चलाने, परिवारों का पालन-पोषण करने को भी पैसे नहीं हैं, लेकिन सरकार किसी की कोई सुध नहीं ले रही है. बिजली-पानी के बिल, स्कूलों की फीस कुछ माफ नहीं हो रही है. उल्टा हमारा एक मात्र रोजगार भी हमें खोलने की परमिशन नहीं है.
काशीपुर में व्यापारियों का प्रदर्शन
कोविड कर्फ्यू से अब प्रदेश के व्यापारियों के सब्र का बांध टूटने लगा है. प्रदेश में व्यापारी वर्ग के द्वारा जगह-जगह प्रदर्शन किये जा रहे हैं. इसी के अंतर्गत काशीपुर में भी व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के द्वारा प्रदर्शन किया गया. प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रभात साहनी के नेतृत्व में आक्रोशित तमाम व्यापारियों ने नगर निगम गेट पर आक्रोश व्यक्त करते हुए धरना प्रदर्शन किया.
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SDM के माध्यम से सीएम को ज्ञापन
जोशीमठ व्यापार संघ ने शुक्रवार को 8 जून के बाद जोशीमठ के समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने को लेकर उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल के चलते उनके प्रतिष्ठान बंद हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कई छोटे व्यापारी तो भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. व्यापारियों की मांग पर जल्द निर्णय न लिया गया तो व्यापारी जबरन अपने प्रतिष्ठानों को खोलने पर मजबूर होंगे.