हरिद्वारः महाकुंभ में सबसे ज्यादा भीड़ अगर कहीं हो रही है तो वह है हरिद्वार का बैरागी कैंप. यहां पर तमाम बड़े कथावाचक साधु-संतों का डेरा प्रशासन ने लगवाया है. ऐसे में सबसे ज्यादा भीड़ बैरागी कैंप में देखने को मिल रही है. इसके बावजूद हरिद्वार में इस बार व्यापारियों का व्यापार चौपट है. कोई भी ग्राहक इन दुकानदारों के पास नहीं पहुंच रहा है. लिहाजा, उन्हें सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में भी निराश होना पड़ रहा है.
हरिद्वार के बैरागी कैंप में रहने वाले अमर सिंह सालों से हरिद्वार में रह रहे हैं. उनका मानना है कि मौजूदा समय में जो दुकानदारी हो रही है, वह मात्र ₹40 से ₹60 से ज्यादा नहीं हो पा रही है. जबकि, रूटीन में बिना कुंभ के वो अच्छे खासे पैसे प्रसाद बेचकर कमा लेते हैं. अमर सिंह कहते हैं, एक तो भीड़ नहीं है और जो भीड़ है वह सामान नहीं ले रही है. लिहाजा, जितनी उम्मीद उन्हें इस कुंभ मेले से थी, वह उम्मीद टूट चुकी है.
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हरिद्वार के बैरागी कैंप में ही वेद प्रकाश अपनी टैटू की दुकान लगाए बैठे हैं. इस उम्मीद में कि लोग आकर उनसे टैटू बनवाएंगे. लेकिन कोई भी उनके पास नहीं पहुंच रहा है. कुंभ समेत कई मेले में दुकान लाग चुके वेद प्रकाश बताते हैं कि इस बार हालत बेहद बुरे हैं. रोज का खर्चा भी नहीं निकल पा रहा है.
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हरिद्वार के आसपास के फुटपाथ पर अन्य दुकान खोले बैठे तमाम लोग इससे बेहद निराश हैं. लोगों का कहना है कि इससे अच्छा होता सरकार कुंभ को नोटिफाइड ही नहीं करती. लिहाजा, रूटीन की भीड़ उनके हरिद्वार में आकर कम से कम उनके घर गृहस्थी के लिए खरीदारी तो कर लेती थी.
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बता दें कि कुंभ के दौरान हरिद्वार में तमाम बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. मेला प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की है कि भीड़ हरिद्वार के मुख्य बाजारों में जा ही नहीं सकती. लिहाजा, ऐसे में हरिद्वार के व्यापारी बेहद निराश और उदास हैं.