हरिद्वार/ऋषिकेश: उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा अपने पूरे शबाब पर है. धर्मनगरी हरिद्वार में रोजना लाखों की संख्या में कांवड़ियां गंगाजल लेने पहुंच रहे हैं. ऐसे में हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करने पड़े, इसलिए हरिद्वार में टोल प्लाजा को कांवड़ियों के लिए फ्री कर दिया गया है. हरिद्वार जिलाधिकारी ने बताया कि कांवड़ियों सुविधा को देखते हुए भगवानपुर और बहादराबाद टोल प्लाजा को फ्री कर दिया गया है. 26 जुलाई तक यह व्यवस्था जारी रहेगी.
बता दें कि धर्मनगरी हरिद्वार इनदिनों शिवमय बनी हुई है. हर दिन लाखों की संख्या में कांवड़ियां हरकी पैड़ी पर जल लेने पहुंच रहे हैं. आलम यह है कि हरिद्वार टोल प्लाजा को भी डाक कांवड़ के लिए फ्री कर दिया गया है. डाक कांवड़ियों के वाहनों की संख्या को देखते हुए जिले के भगवानपुर और बहादराबाद टोल प्लाजा को आगामी 26 जुलाई तक फ्री कर दिया गया है. वहीं, इन टोल प्लाजा पर कांवड़ियों को आराम करते हुए देखा जा सकता है. डीएम हरिद्वार विनय शंकर पांडेय ने बताया कि कांवड़ियों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया है.
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वहीं, आज देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने रायवाला क्षेत्र में कावड़ व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान एसएसपी ने जनपद में पुलिसिया ढर्रे को बदलने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि जनता में पुलिस के इकबाल को और ज्यादा बुलंद करने के लिए प्राथमिकताएं तय कर दी गई हैं. इस बाबत जिले की हर कोतवाली से लेकर थाना अध्यक्ष और चौकी प्रभारियों को प्राथमिकताओं के तहत कार्रवाई की सख्त ताकीद भी की गई है.
एसएसपी ने बताया कि प्राथमिकताओं में हर क्षेत्र में मुकम्मल यातायात व्यवस्था, नशीले पदार्थों की तस्करी और बिक्री पर रोक, जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के साथ जमीनी विवाद से जुड़े मामलों पर सख्त कार्रवाई शामिल है. उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के चलते ज्यादातर फोर्स यात्रा ड्यूटी पर है. वहीं, यात्रा संपन्न होने के बाद इन प्राथमिकताओं पर रूप से प्रभावी कार्रवाई शुरू की जाएगी.
30 मिनट में रिस्पांस, 15 दिन में निस्तारण: पुलिस कप्तान दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि जिले के पुलिस अधिकारियों को किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 30 मिनट देने के निर्देश दिए गए हैं. शिकायत का 15 दिन में निस्तारण भी निर्धारित कर दिया है किसी गंभीर मामले में शिकायत का निस्तारण हद से हद 30 दिन के भीतर करने की छूट जरूर दी गई है. समय-समय पर शिकायतों और निस्तारण की समीक्षा भी की जाएगी.
बिचौलियों की एंट्री पर पाबंदी: जिले के तमाम थानों से लेकर चौकियों में एसएससी में बिचौलियों के एंट्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को यह स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए हैं कि अगर किसी भी थाने और चौकी में बिचौलियों की मौजूदगी मिली तो संबंधित थानाध्यक्ष नपेंगे.