रुड़की: पिरान कलियर में इन दिनों विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक का सालाना उर्स चल रहा है. उर्स में दूर दराज से अकीदतमंद लोग शिरकत कर रहे हैं. इस बार कोविड-19 के चलते प्रशासन ने कोविड नियमों के तहत उर्स संपन्न कराने का निर्णय लिया है. उर्स में कई तरीके के बदलाव देखने को मिलेंगे.
इस बार साबिर पाक के उर्स में सूफियाना कव्वालियां सुनाई नहीं देंगी. प्रशासन ने कव्वालियों और दरगाह परिसर में लगने वाली सूफियों की गद्दियों को प्रतिबंधित कर दिया है. आपको बता दें कि दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 752 वें सालाना उर्स का आगाज मेंहदी डोरी की रस्म के साथ हो गया था. उर्स को कोविड नियमों तहत सम्पन्न कराने का निर्णय लिया गया है.
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बता दें कि दरबार-ए-साबरी में कलाम पेश करने के लिए दूर दराज से कव्वाल आते थे, जो दरबार शरीफ साबिर पाक की शान में कलाम पेश कर जायरीनों को झूमने पर मजबूर कर देते थे. लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते सूफियाना कलाम से जायरीन महरूम रहेंगे.