हरिद्वारः वैश्विक महामारी कोरोनावायरस का असर इस बार हर तीज-त्योहार और धार्मिक कार्यक्रमों पर पड़ा है. देशभर में मनाए जाने वाले गणपति महोत्सव पर भी इसका खासा असर देखने को मिला है. इस बार जहां गणेश चतुर्थी के दिन लोग सूक्ष्म और सादगी से गजानन की स्थापना कर रहे हैं तो मूर्तियों और थीम में भी बदलाव देखने को मिला है. ऐसा ही अलग थीम हरिद्वार में देखने को मिल रहा है. जहां गणपति महाराज की सवारी मूषक को कोरोना से लड़ते हुए दिखाया है. साथ ही मूर्ति को भी पूरी तरह से इको फ्रेंडली बनाया है.
बता दें कि, हर साल महामाया गणपति संगठन गणपति महोत्सव को धूमधाम से मनाता है, लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते महोत्सव के स्वरूप में बदलाव हो गया है. संगठन इस त्योहार को काफी सूक्ष्म रूप में मना रहा है. जिसमें केवल संगठन से जुड़े लोग ही पूजा करेंगे. जबकि, श्रद्धालुओं को आरती और गणेश मूर्ति स्थापना के दर्शन सोशल मीडिया के जरिए कराए जाएंगे.
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महामाया गणपति संगठन के प्रमुख पंडित देवेंद्र कृष्ण आचार्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते गणपति महोत्सव काफी सूक्ष्म रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है. जिसमें किसी भी श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं दी गई है. इस बार कोरोना के प्रकोप को देखते हुए भगवान गणपति की प्रतिमा भी कोरोना से लड़ते हुए दिखाया है. जिसमें गणेश जी की सवारी मूषक कोरोना से लड़ते दिखाया गया है. जो मास्क भी पहने हुए हैं.
इतना ही नहीं भगवान गणेश की प्रतिमा के हाथ में इस बार किसी बज्र के स्थान पर सैनिटाइजर दिया गया है. जो लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करेगा. वहीं, महंत विष्णु दास का कहना है कि कोरोना के कारण गणपति को काफी सूक्ष्म रूप में विराजमान किया है और गणपति महाराज से प्रार्थना है कि वो जल्द इस कोरोना जैसी महामारी को हर लें.