हरिद्वार: वस्तु एवं सेवा कर विभाग (Goods and Services Tax Department) की स्पेशल टीम ने पौड़ी जिले के कोटद्वार और हरिद्वार जिले के मंगलौर में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो ट्रकों से करोड़ों रुपए का माल जब्त (Goods worth crores seized from two trucks) किया है. इस दौरान टीम ने 1 करोड़ रुपए की कर चोरी को भी पकड़ा है. टीम ने मंगलौर में इस काम को अंजाम देने वाली एक ऐसी फर्म के यहां भी दबिश दी है, जो सिर्फ कागजों पर संचालित हो रही थी. जबकि कार्यालय के नाम पर सिर्फ एक कुर्सी मिली है. जीएसटी की टीम अब इस मामले की गहराई से जांच में जुट गई है.
जीएसटी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (GST Special Investigation Branch) की ज्वाइंट कमिश्नर सुनीता पांडे ने कहा कि गुरुवार को विभागीय टीम ने कोटद्वार में दो गाड़ियों को रोका. जब गाड़ियों के कागज चेक किए गए तो पता चला की, ये वाहन मंगलौर से माल लोड करके पश्चिम बंगाल के लिए जाना था. फर्म की जब ऑनलाइन जांच की गई तो पता चला कि इस फर्म की सभी खरीद मुजफ्फरनगर से और बिक्री पश्चिम बंगाल व हिमाचल प्रदेश के लिए थी.
इन दोनों ट्रकों की जब जांच की गई तो, पता चला कि यह ट्रक ऐसे किसी रास्ते ट्रैक पर ट्रैक ही नहीं हुए, जहां से आना यह बता रहे थे. कल देर शाम तक हुई जांच में फिलहाल इसमें 80 लाख से 1 करोड़ रुपए तक की चोरी प्रथम दृष्टया प्रकाश में आई है, जो मंगलौर में पंजीकृत कराई गई फर्म द्वारा की गई है. जबकि कोटद्वार में पकड़ी गई दोनों गाड़ियों पर 10 लाख रुपये की पेनल्टी (10 lakh rs Penalty on two vehicles in Kotdwar) लगाई गई हैं. अब पकड़ी गई दोनों गाड़ियां तभी छूट पाएंगे, जब यह लगाई गई पेनल्टी का भुगतान किया जाएगा.
खाली मिला रजिस्टर्ड कार्यालय: मंगलौर स्थित मैसर्स बालाजी ट्रेडर्स (Balaji Traders Mangalore) के यहां कागजों पर करोड़ों रुपए का काम होता है, लेकिन जीएसटी की टीम जब उसके रजिस्टर्ड कार्यालय पर पहुंची तो वहां पर टीम को एक मेज और कुर्सी के सिवा कुछ नहीं मिला. एक मकान की ऊपरी मंजिल पर स्थित इस दफ्तर में कोई कर्मचारी तक मौजूद नहीं था. कोई भी इस कार्यालय का हाल देख साफ बता सकता था कि यह कार्यालय सिर्फ कागजों पर चल रहा है.