हरिद्वार: समाजसेवी राजेश कुमार ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण (एनएचएआई) पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. समाजसेवी का आरोप है कि विभागों में आपसी तालमेल के अभाव में योजनाएं समय से पूरी नहीं हो रही है, जिसकी वजह से सरकारी धन की बर्बादी होती है.
उन्होंने कहा कि विभागों को निर्माण कार्यो के लिए ऑर्डर तो जारी कर दिए जाते हैं, लेकिन बजट के अभाव में निर्माण कार्यों का भुगतान विभागों को प्राप्त नहीं होता है. बिजली विभाग, जलसंस्थान व सड़कों के निर्माण में लगी संस्थाओं में आपसी तालमेल के अभाव में निर्माण कार्यों में तेजी नहीं आ पा रही है.
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भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण द्वारा देहरादून से मुजफ्फरनगर तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है. वहीं, सड़क निर्माण के दौरान बाधा उत्पन्न कर रहे बिजली, पानी, सीवर, नहर इत्यादि को शिफ्ट किया जाता है. इस हेतु कई कंपनियों को मूल कांट्रेक्टर द्वारा यूटिलिटीज शिफ्टिंग कांट्रेक्टर नियुक्त किया गया है. इन कंपनियों से शिफ्टिंग तो करा लिया गया है पर एनएचएआई द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि रुड़की प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा कोई प्राकलन अभी तक स्वीकृत ही नहीं किया गया है. वहीं, बिना स्वीकृति के ही कॉन्ट्रेक्टरों को हटाने की धमकी देकर करोड़ों रुपये के कार्य करा लिए गए हैं. यह प्रोजेक्ट नवंबर में पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन बिना शिफ्टिंग के इस लक्ष्य को प्राप्त करना असंभव है. यही स्थिति रही तो कुंभ में बिजली, पानी की गंभीर समस्या रहेगी और सड़क निर्माण पूर्ण ना होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
राजेश कुमार ने कहा कि वह सोमवार से चंद्राचार्य चौक पर आमरण अनशन शुरू करेंगे. ताकि प्रदेश और देश की सरकार हकीकत से रूबरू हो सके और सड़क निर्माण कुंभ से पहले पूरा किया जा सके और जन धन को हानि से बचाया जा सके.