रुड़की/ऋषिकेश: पाकिस्तान में सिक्खों के पवित्र स्थान ननकाना साहिब में सिखों पर किए गए हमले के विरोध में मुस्लिम समुदाय और विश्व हिंदू परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर चौक पर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला फूंका और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं ऋषिकेश में भी सभी धर्मों के लोगों ने एकत्रित होकर पाकिस्तान का पुतला जलाते हुए अपना विरोध दर्ज कराया.
विहिप जिला अध्यक्ष संदीप खटाना ने कहा कि पाकिस्तान लगातार अपने देश में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों पर हमले कर उनका उत्पीड़न कर रहा है. जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर पाकिस्तान ने अपना रवैया ना बदला तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
वहीं विहिप जिला मंत्री शिव प्रसाद त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान के इस कृत्य की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान सरकार ने इस घटना के लिए माफी नहीं मांगी तो विहिप कार्यकर्ता पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे. साथ ही उन्होंने भारत सरकार से इस मामले में कठोर से कठोर कदम उठाने की अपील की.
वहीं चंद्रशेखर चौक पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर नय्यर काजमी ने कहा कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इस्लाम किसी भी धर्म और उनके तीर्थ स्थान को हानि पहुंचाने की अनुमति नहीं देता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले इस्लाम के दुश्मन हैं. वो इस तरह की घटना को अंजाम देकर इस्लाम को ही नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसकी जितनी निंदा की जाए कम है.
वहीं तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी सिक्ख समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान का विरोध करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा जिस तरह की कायराना हरकत की जा रही है वो उसकी कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा की पाकिस्तान में जो कुछ हो रहा है वह वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के इशारे पर हो रहा है. अगर इमरान खान अपनी इन हरकतों से बाज नहीं आये तो उन्हें इसका भयानक परिणाम भुगतना पड़ेगा.
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साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजते हुए मांग की है कि वे जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय नीति बनाकर वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करें. ताकि वे अपने धर्म के अनुसार पूजा अर्चना कर सकें.