लक्सर: हरिद्वार के लक्सर में शिक्षा प्रेरकों ने खंड शिक्षा अधिकारी अंबिका राम को एक ज्ञापन दिया है, जिसमें उनके रुके हुए मानदेय का जिक्र किया गया है और जल्द इसे देने की मांग की है. शिक्षा प्रेरकों ने कहा कि जब सरकार ने उनका मानदेय जारी कर दिया है, तो शिक्षा विभाग हमारा मानदेय क्यों रोक रहा है. प्रेरकों ने बताया कि काफी भाग-दौड़ करने के बाद उन्हें रुका हुआ मानदेय मिला है, जिसमें अब शिक्षा विभाग अड़चन पैदा कर रहा है.
खंड शिक्षा कार्यालय पहुंचे शिक्षा प्रेरकों ने बताया कि साल 2010 में सरकार द्वारा उन्हें नियुक्त किया गया था. 2017 में उन्हें बाहर निकाल दिया गया. इस बीच सरकार के पास हमारा 16 महीने का मानदेय रुका हुआ है. काफी भाग-दौड़ करने के बाद सरकार ने मानदेय तो जारी कर दिया, लेकिन अब शिक्षा विभाग इसमें रोड़ा बना हुआ है. शिक्षा प्रेरकों का कहना है कि शिक्षा विभाग उन्हें मानदेय नहीं देना चाहता जिसे लेकर आज खंड शिक्षा अधिकारी लक्सर को ज्ञापन दिया गया है.
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खंड शिक्षा अधिकारी अंबिका राम ने बताया कि शिक्षा प्रेरकों का मानदेय जारी हो गया है, लेकिन सरकार के कुछ ऐसे नियम हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद ही मानदेय जारी किया जा सकता है. शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा प्रेरकों को कुछ सामान दिया गया था. इसे विभाग को वापस करना होगा. शिक्षा प्रेरकों ने अभी तक उसे वापस नहीं किया है, इसी की वजह से इनका मानदेय रोका गया है. उन्होंने कहा कि लक्सर में करीब 80 शिक्षा प्रेरक हैं जिनमें से अभी 30 से 40 शिक्षा प्रेरकों ने सामान वापस किया है. विभागीय कार्रवाई पूरी होने के बाद उनका मानदेय जारी कर दिया जाएगा.