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साधु-संतों ने कांवड़ यात्रा पर रोक का किया समर्थन, घरों में पूजा-पाठ की अपील

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Published : Jul 7, 2020, 3:16 PM IST

Updated : Jul 7, 2020, 3:29 PM IST

हरिद्वार के साधु-संतों ने कांवड़ यात्रा पर बैन का स्वागत करते हुए लोगों से घरों में पूजा-पाठ की अपील की है.

Kanwar Yatra in Haridwar
कांवड़ यात्रा

हरिद्वार: कोरोना के संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. सावन के पवित्र महीने में हर साल लाखों कांवड़िए धर्मनगरी हरिद्वार में पवित्र गंगाजल लेने आते थे. लेकिन कोरोना के संकट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ियों के हरिद्वार आने पर रोक लगा दी है. हरिद्वार के साधु-संतों ने सरकार के फैसलों का समर्थन किया है.

हरिद्वार के साधु-संतों ने लोगों से घरों में रहकर पूजा-पाठ करने की अपील की है. कोरोना के संकट को देखते हुए सरकार बड़े धार्मिक अनुष्ठानों पर रोक लगा चुकी है. उत्तर भारत में कांवड़ यात्रा का बहुत महत्व है. लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने पड़ोसी राज्यों से बातचीत के बाद कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है.

हरिद्वार के संतों ने की घरों में पूजा-पाठ की अपील.

ये भी पढ़ें: भिखारी, मौसम और 'मार', जीवन यापन पर बड़ा सवाल

कांवड़ यात्रा का महत्व

हर साल लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा शुरू करने के लिए इस यात्रा पर निकलते हैं. मान्यता है कि श्रावण मास में भगवान शिव अपनी ससुराल और राजा दक्ष की नगरी कनखल हरिद्वार में निवास करते हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में कांवड़िए जल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं.

हरिद्वार: कोरोना के संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. सावन के पवित्र महीने में हर साल लाखों कांवड़िए धर्मनगरी हरिद्वार में पवित्र गंगाजल लेने आते थे. लेकिन कोरोना के संकट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ियों के हरिद्वार आने पर रोक लगा दी है. हरिद्वार के साधु-संतों ने सरकार के फैसलों का समर्थन किया है.

हरिद्वार के साधु-संतों ने लोगों से घरों में रहकर पूजा-पाठ करने की अपील की है. कोरोना के संकट को देखते हुए सरकार बड़े धार्मिक अनुष्ठानों पर रोक लगा चुकी है. उत्तर भारत में कांवड़ यात्रा का बहुत महत्व है. लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने पड़ोसी राज्यों से बातचीत के बाद कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है.

हरिद्वार के संतों ने की घरों में पूजा-पाठ की अपील.

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कांवड़ यात्रा का महत्व

हर साल लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा शुरू करने के लिए इस यात्रा पर निकलते हैं. मान्यता है कि श्रावण मास में भगवान शिव अपनी ससुराल और राजा दक्ष की नगरी कनखल हरिद्वार में निवास करते हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में कांवड़िए जल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं.

Last Updated : Jul 7, 2020, 3:29 PM IST
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