हरिद्वार: आदि गुरु शंकराचार्य के जन्मोत्सव (Birth Anniversary of Adi Guru Shankaracharya) पर जहां आज बाबा केदार के कपाट खोले गए. वहीं, धर्मनगरी हरिद्वार में संतों ने आदि गुरु शंकराचार्य जयंती मनाई. इस अवसर पर शांभवी आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने आश्रम के संतों के साथ हरिद्वार स्थित शंकराचार्य चौक पर आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी से मिलने निरंजनी अखाड़े पहुंचीं.
आदि गुरु शंकराचार्य के जन्मोत्सव के अवसर पर शांभवी आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने सरकार द्वारा प्रदेश में चलाई जा रही सत्यापन अभियान पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा सत्यापन की कार्यवाही की रिपोर्ट हर दिन सार्वजनिक की जानी चाहिए. जो नहीं हो रही है. वहीं, सीएए के मुद्दे को उन्होंने वोटों की राजनीति करार दिया है.
परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा आदि गुरु शंकराचार्य सनातन धर्म की पुनर्स्थापना (Restoration of Sanatan Dharma) की थी. मैंने शंकराचार्य से प्रदेश में चल रही अशांति को दूर करने की प्रार्थना की. प्रदेश में जिस तरह से पलायन हो रहा है, वह चिंताजनक है. यह राजनीति से दूर नहीं होने वाला है. प्रदेश सरकार ने जिस तरह से सत्यापन ड्राइव चलाई, वह आज बंद है. उसमें कोई भी अपडेट नहीं आ रही है.
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आनंद स्वरूप ने बताया कि, उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि सत्यापन ड्राइव का प्रतिदिन अपडेट सार्वजनिक किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. उन्होंने आदि गुरु शंकराचार्य से प्रार्थना की है कि जैसे उन्होंने बौद्ध से सनातन धर्म को बचाया है. ठीक उसी प्रकार आज एक बार फिर सनातन धर्म की स्थापना के लिए मार्ग प्रस्तुत करें.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा सीएए के मुद्दे को उठाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोविड काल में सीएए का कोई संबंध नहीं था, अगर सरकार को लागू करना था तो तत्काल लागू करती. केवल वोट बैंक के लिए इस तरह की घोषणा करना सरासर गलत है. अमित शाह को बंगाल जाकर ही सीएए की याद आती है. उन्हें संशय है कि सरकार द्वारा सीएए को कभी लागू किया जाएगा भी या नहीं.
वहीं, शंकराचार्य जयंती के मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी हरिद्वार दौरे पहुंचीं. विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद उनका यह पहला आधिकारिक हरिद्वार दौरा है. ऋतु खंडूड़ी भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी से मिलने निरंजनी अखाड़े पहुंचीं. जहां उन्होंने हरिद्वार में यात्रियों के साथ हुई मारपीट पर हरिद्वार के व्यापारियों को संयम बरतने की सलाह दी.
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ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि यह उनकी पहली आधिकारिक हरिद्वार यात्रा है. जहां उन्होंने संतों का सानिध्य और आशीर्वाद प्राप्त किया है. संतों के साथ समाज को दशा और दिशा कैसे दी जा सके, इस पर चर्चा की. उन्होंने कहा यात्रा के दौरान बहुत अधिक भीड़ आती है, तो कुछ गलतियां हो जाती हैं. उन्होंने व्यापारियों को सलाह देते हुए कहा कि इस समय वह यात्रा के होस्ट हैं और उन्हें अपने ऊपर थोड़ा संयम रखना होगा.
वहीं, यात्रियों से मारपीट मामले पर श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा अगर हरिद्वार आने वाले यात्रियों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाएगा तो, यात्री यहां ना आकर किसी और स्थान पर चले जाएंगे. उन्होंने व्यापारियों को सलाह दी कि कोविड संक्रमण के कारण 2 साल बाद अब व्यापार पटरी पर आया है. ऐसे में यात्रियों के साथ इस तरह का व्यवहार सही नहीं है. उन्होंने व्यापारियों को अतिथि देवो भव: को अपनाने की बात कही.