हरिद्वार: महाकुंभ में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इसके बावजूद भी हरिद्वार में डेरा जमाए ज्यादातर साधु-संत कोरोना जांच से बच रहे हैं. खास बात ये है कि साधु-संत तर्क देकर कोरोना जांच से बच रहे हैं. साधुओं का कहना है कि "हम साधु-संत शुद्धता रखते हैं, हवन पूजन करते हैं, इसलिए हमें कोरोना नहीं होगा". जबकि इस वक्त हरिद्वार में बैरागी साधु-संतों के कैंपों में भारी भीड़ है. हजारों की संख्या में साधु-संत बैरागी साधु कैंप में डेरा जमाए हुए हैं.
हालांकि कुछ साधु-संतों का आरोप है कि प्रशासन जांच के लिए उनके पास अब तक नहीं आया है. जबकि कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बैरागी अखाड़ा टेस्टिंग नहीं करा रहा है. जिससे हालात बिगड़ने के और भी खतरे बढ़ गए हैं.
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हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. करीब 6 दिन से कोरोना बेकाबू हो रहा है. 12 और 14 अप्रैल के दो शाही स्नान के बाद तो कोरोना के हालत और भी ज्यादा बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है. एक बैरागी महामंडलेश्वर की कोरोना से मौत के बाद चिंता और ज्यादा बढ़ गई है. जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा भीड़ बैरागी अखाड़ों के संतों की है. हरिद्वार में बैरागी अखाड़ों के साधु-संतों की संख्या हजारों में है.
कुंभ मेले में अब बड़ी संख्या में साधु-संत भी कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. मगर उसके बावजूद भी अखाड़ों के साधु-संत कोरोना टेस्टिंग नहीं करा रहे हैं. कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस मामले में शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी. अगर साधु संत कोरोना की टेस्टिंग नहीं कराते हैं, तो मेला प्रशासन सख्ती से साधु -संतों की कोरोना टेस्टिंग करने की रणनीति पर भी विचार करेगा.