देहरादून: देवप्रयाग में लग रही शराब फैक्ट्री के विरोध में अब साध्वी प्राची और मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद भी आ गये हैं. शराब के विरोध में साधु-संतों के अनशन स्थल पर पहुंचीं साध्वी प्राची ने उत्तराखंड सरकार से मांग करते हुए कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है. सरकार को देवप्रयाग में लग रही फैक्ट्री को तत्काल प्रभाव से बंद करना चाहिए.
शराब फैक्ट्री के विरोध में बैठे साधु संत और हिंदू संगठनों का समर्थन करने पहुंचीं. इस मौके पर साध्वी प्राची ने कहा कि वो उत्तराखंड सरकार से निवेदन करेंगी कि देवभूमि में शराब कारखानों पर प्रतिबंध लगाया जाए. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार अच्चे काम कर रही है, लेकिन उत्तराखंड देवभूमि है. यहां के तीर्थ स्थानों में शराब बिल्कुल बंद होनी चाहिए. जिसके लिए वे जल्द ही खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगी.
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गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन के परमाध्यक्ष ने भी इस अनशन को अपना समर्थन दिया है. स्वामी शिवानंद का कहना है कि अनशन का उद्देश्य गंगा से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार को केवल राजस्व से मतलब है, उन्हें पर्यावरण की कोई चिंता नहीं है. प्रदेश सरकार उत्तराखंड की संस्कृति को नष्ट करने में तुली हुई है.
बता दें कि शराब की फैक्ट्री के विरोध में 19 दिन से साधु-संत और हिंदू संगठन अनशन पर बैठे हुए हैं. लेकिन अब तक सरकार की तरफ से इस मामले में उनसे कोई बातचीत नहीं की गई है. अब देखना होगा सरकार कब तक आंदोलनकारियों की मांगें मानकर अनशन खत्म करवाती है.