हरिद्वार: जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली को पंचायत राज सचिव द्वारा तुरंत प्रभाव से निलंबित किए जाने के बाद आज हरिद्वार जिला पंचायत की बोर्ड बैठक शुरू होने से पहले ही हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया जब खड़ंजा कुतुबपुर सीट से बसपा जिला पंचायत सदस्य विजेंद्र चौधरी ने राव आफाक की सदस्यता पर ही सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि राव आफाक को बोर्ड की बैठक में बैठने का अधिकार ही नहीं है. इतना सुनते ही राव आफाक भड़क गये. जिसके बाद दोनों एक-दूसरे के सामने आ गये. देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि वे एक-दूसरे को मारने की धमकी देने लगे. जिला पंचायत अध्यक्ष और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ.
हरिद्वार जिला पंचायत की इस सत्र की अंतिम बैठक जिला पंचायत कार्यालय में हुई. बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली को पंचायत राज सचिव द्वारा निलंबित किये जाने के बाद काफी हंगामा हुआ. बैठक में हंगामे और अपने ऊपर लगे आरोपों पर बोलते हुए राव आफाक अली ने कहा कि उन पर लगाये गए आरोप निराधार हैं.
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उनका कहना है कि उन्हें उपाध्यक्ष पद से निलंबित किया गया है न कि उनकी सदस्यता समाप्त हुई है. राव आफाक अली ने कहा मुझे लिखकर दे दो मैं बैठक से उठकर चला जाऊंगा. मगर न तो अपर मुख्य अधिकारी और न ही अध्यक्ष ने ऐसा कुछ किया. उन्होंने कहा मैंने बैठक में क्षेत्र के विकास कार्यों का मुद्दा उठाया था. जिसके कारण मुझे निलंबित किया गया है.
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वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा का कहना है कि बैठक में 4 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुए. उन्होंने बताया कि राज्य वित्त योजना के पैसे को कहां खर्च किया जाए इस पर भी चर्चा की गई. उन्होंने कहा जिला पंचायत की आखिरी बैठक हंगामेदार रही है. उन्होंने बताया बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली को सरकार द्वारा निलंबित किया गया है. इसलिये उन्हें बैठक से चले जाने को कहा गया था. बैठक में किसी के द्वारा भी हाथापाई नहीं की गई. सभी को समझाने का प्रयास किया जा रहा था.