रुड़की: हरिद्वार गंगनहर कोतवाली क्षेत्र स्थित शिखा पेट्रोल पंप की स्वामी उमा अग्रवाल ने कुछ लोगों पर फर्जी कागजात तैयार कर पंप पर अवैध रूप से अपना हक जताने का आरोप लगाया है. आरोप है कि वह लोग सत्ताधारी पार्टी भाजपा से जुड़े हुए हैं और पुलिस को अपने दबाब में लेने का प्रयास भी कर रहे हैं. नतीजा ये है कि 10 दिन बीतने के बाद भी उनके द्वारा दी गई तहरीर पर कार्रवाई नहीं की गई. वहीं, मामले की शिकायत अब एसएसपी से की गई है, जिसमें परिवार की जानमाल का खतरा जताया गया है और सुरक्षा की मांग भी की गई है.
बता दें कि शिखा पेट्रोल पंप की स्वामी उमा अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 2004 से वह इस पंप को संचालित कर रही हैं और पंप का सभी कार्य उनके पति राकेश अग्रवाल देखते हैं. उन्होंने कहा कि अब पिछले कुछ दिनों से भाजपा से जुड़े लोग फर्जी कागजातों के आधार पर पंप में अपनी हिस्सेदारी का दावा कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कुछ असामाजिक लोगों से उनके पति को धमकी भी दिलवाई, जिसकी ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है.
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उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस को तहरीर भी दी गई. लेकिन साक्ष्य होने के वावजूद भी इस मामले में दस दिन बीत जाने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके उलट उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है कि वह विपक्ष के लोगों के साथ बैठकर समझौता कर लें. उन्होंने कहा कि अब इस मामले में उन्होंने एसएसपी को भी पत्र सौंपा है. उन्होंने कहा कि उनके प्रतिष्ठान को बदनाम किया जा रहा है. साथ ही उनकी व परिवार के अन्य सदस्यों को जानमाल का खतरा भी बना हुआ है. उमा अग्रवाल ने हरिद्वार एसएसपी से सुरक्षा दिए जाने की मांग की है.