हरिद्वार: एनजीटी के आदेश के बाद नगर निगम ने गंगा घाटों पर बिकने वाले प्लास्टिक उत्पादों पर रोक लगा दी है. इसके खिलाफ शुरू किए गए अभियान का अब घाटों पर अस्थाई रूप से प्लास्टिक, केन, शीट्स आदि बेचने वालों ने विरोध शुरू कर दिया है. शनिवार को काफी संख्या में यह लोग नगर निगम पहुंचे. जहां उन लोगों ने निगम प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कुछ विशिष्ट इलाकों में ही निगम निगम की टीम कार्रवाई कर रही है.
क्या कहते हैं दुकानदार: हर की पैड़ी के पास स्थित नए घाट पर अस्थाई दुकान चलाने वाली नीलम शर्मा का कहना है कि यदि प्लास्टिक को बैन किया गया है तो फिर निगम को सब पर कार्रवाई करनी चाहिए. यदि निगम वास्तव में कार्रवाई करना चाहता है तो फिर उसे सीज किए गए माल को पैसा लेकर छोड़ना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा हर की पैड़ी क्षेत्र में सुल्फा, स्मैक सहित सब चीजें बिक रही हैं, उस पर तो कोई कार्रवाई नहीं होती है. सिर्फ इन्हें केन बेचने वाले ही नजर आते हैं.
क्या कहते हैं मुख्य नगर अधिकारी: मुख्य नगर अधिकारी डॉक्टर दयानंद सरस्वती का कहना है कि निगम कहीं पर किसी तरीके से अवैध वसूली नहीं कर रहा है. सिर्फ निगम कर्मचारी एनजीटी के आदेशों का पालन करा रहे हैं. एनजीटी का स्पष्ट आदेश है कि अब कहीं पर भी गंगा घाटों पर प्लास्टिक, केन, पन्नी आदि न बेची जाए. उन्होंने कहा कार्रवाई का यह क्रम अभी भी लगातार जारी है.