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हिमालयी क्षेत्रों में बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं निशंक, जोशीमठ के हालात पर जताई चिंता - Ramesh Pokhriyal Nishank

जोशीमठ में लगातार भू धंसाव (Landslide in Joshimath) हो रहा है. जिसके कारण जोशीमठ के लोग डर के साये में जी रहे हैं. हालातों के देखते हुए जोशीमठ से 38 परिवारों को शिफ्ट (38 families shift from Joshimath) किया गया है. शासन-प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाये हुए है. जोशीमठ की स्थिति पर पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank on Joshimath landslide) ने भी चिंता व्यक्त की है.

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हिमालयी क्षेत्रों में बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं निशंक
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Published : Jan 6, 2023, 12:42 PM IST

Updated : Jan 6, 2023, 1:00 PM IST

हिमालयी क्षेत्रों में बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं निशंक

हरिद्वार: जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव (Landslide in Joshimath) और घरों में आ रही दरारों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank on Joshimath landslide) ने अपनी राय व्यक्त की है. रमेश पोखरियाल निशंक (Former Chief Minister Ramesh Pokhriyal Nishank) ने कहा वे व्यक्तिगत तौर पर हिमालयी क्षेत्रों में बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं हैं. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हिमालय बहुत युवा है. जिसके कारण ये बहुत संवेदनशील है. उत्तराखंड में अन्य कई जिलों में भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने कहा इन जगहों पर भू सर्वेक्षण होना जरूरी है.

पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि इस कठिन घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह से जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा राज्य सरकार लगातार हालात पर नजर बनाये हुए है. जोशीमठ के हालातों के लेकर आज राजधानी देहरादून में सीएम धामी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हो रही है. साथ ही शनिवार को सीएम धामी भी जोशीमठ का दौरा करेंगे.
पढे़ं- जोशीमठ भू धंसाव: सर्द रातों में रैन बसेरों में रहने को मजबूर लोग, कल सीएम करेंगे दौरा

बता दें कि जोशीमठ शहर को लेकर इस वक्त हर तरफ चिंता है. उत्तराखंड डिजास्टर एंड एक्सीडेंट सिनोप्सिस (उदास) की रिपोर्ट के अनुसार, जोशीमठ में 500 से ज्यादा घर रहने के लायक नहीं हैं. पीएमओ भी लगातार इस मामले की निगरानी कर रहा है. इस सबके बीच जोशीमठ से 38 परिवारों को शिफ्ट किया गया है. लोग अपने घर छोड़कर रैन बसेरों में रहने को मजबूर हैं. सर्द रातों में अपने बच्चों को लेकर रैन बसेरों में रह रहे लोग निराश और हताश हैं. हालातों का जायजा लेने के लिए शनिवार को सीएम धामी भी जोशीमठ का दौरा करेंगे.
पढे़ं- जोशीमठ में घरों के नीचे फूटे जलस्रोत, लोगों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम, वैज्ञानिकों की टीम गठित

जोशीमठ में भू-धंसाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने हेलंग बाईपास और एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी है. यह रोक अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी. जोशीमठ में भू-धंसाव को देखते हुए गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा सहित विशेषज्ञों की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण भी किया.
पढे़ं- जोशीमठ: NTPC सहित इन प्रोजेक्ट पर लगी रोक, CM ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग, प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची टीम

ऋषभ पंत के हादसे पर बोले निशंक: क्रिकेटर ऋषभ पंत की सड़क दुर्घटना पर बोलते हुए हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी के अधिकारियों से उन्होंने बात की है. उन्होंने तत्काल मौके पर पाई जाने वाली कमियों को दूर करने के निर्देश दिए हैं, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा ना हो.

हिमालयी क्षेत्रों में बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं निशंक

हरिद्वार: जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव (Landslide in Joshimath) और घरों में आ रही दरारों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank on Joshimath landslide) ने अपनी राय व्यक्त की है. रमेश पोखरियाल निशंक (Former Chief Minister Ramesh Pokhriyal Nishank) ने कहा वे व्यक्तिगत तौर पर हिमालयी क्षेत्रों में बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं हैं. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हिमालय बहुत युवा है. जिसके कारण ये बहुत संवेदनशील है. उत्तराखंड में अन्य कई जिलों में भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने कहा इन जगहों पर भू सर्वेक्षण होना जरूरी है.

पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि इस कठिन घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह से जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा राज्य सरकार लगातार हालात पर नजर बनाये हुए है. जोशीमठ के हालातों के लेकर आज राजधानी देहरादून में सीएम धामी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हो रही है. साथ ही शनिवार को सीएम धामी भी जोशीमठ का दौरा करेंगे.
पढे़ं- जोशीमठ भू धंसाव: सर्द रातों में रैन बसेरों में रहने को मजबूर लोग, कल सीएम करेंगे दौरा

बता दें कि जोशीमठ शहर को लेकर इस वक्त हर तरफ चिंता है. उत्तराखंड डिजास्टर एंड एक्सीडेंट सिनोप्सिस (उदास) की रिपोर्ट के अनुसार, जोशीमठ में 500 से ज्यादा घर रहने के लायक नहीं हैं. पीएमओ भी लगातार इस मामले की निगरानी कर रहा है. इस सबके बीच जोशीमठ से 38 परिवारों को शिफ्ट किया गया है. लोग अपने घर छोड़कर रैन बसेरों में रहने को मजबूर हैं. सर्द रातों में अपने बच्चों को लेकर रैन बसेरों में रह रहे लोग निराश और हताश हैं. हालातों का जायजा लेने के लिए शनिवार को सीएम धामी भी जोशीमठ का दौरा करेंगे.
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जोशीमठ में भू-धंसाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने हेलंग बाईपास और एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी है. यह रोक अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी. जोशीमठ में भू-धंसाव को देखते हुए गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा सहित विशेषज्ञों की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण भी किया.
पढे़ं- जोशीमठ: NTPC सहित इन प्रोजेक्ट पर लगी रोक, CM ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग, प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची टीम

ऋषभ पंत के हादसे पर बोले निशंक: क्रिकेटर ऋषभ पंत की सड़क दुर्घटना पर बोलते हुए हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी के अधिकारियों से उन्होंने बात की है. उन्होंने तत्काल मौके पर पाई जाने वाली कमियों को दूर करने के निर्देश दिए हैं, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा ना हो.

Last Updated : Jan 6, 2023, 1:00 PM IST
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