रुड़की: देशभर में स्वतत्रंता दिवस और रक्षा बंधन का त्योहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जा रहा है. भाई की कलाई पर बहने राखी बांध रही है और भाई उनकी रक्षा का वचन दे रहे हैं, लेकिन कुछ बहनें ऐसी भी है, जो अपने भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध पाती. क्योंकि उनके भाई देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात हैं. ऐसे में बहनें उनकी फोटो को देखकर रक्षाबंधन मनाती हैं. जहां एक ओर भाई के पास न होने का गम में उनकी आंखें नम है तो वहीं दूसरी ओर उन्हें गर्व महसूस होता है कि उनका भाई मातृभूमि की सेवा कर रहा है.
देश की सीमाओं पर तैनात सेवा के जवान अधिकांश त्योहारों पर अपने घर नहीं आ पाते हैं. क्योंकि देश उनके लिए पहले है और परिवार बाद में, ताकि उनकी वजह से पूरा देश शांति से त्योहार मना सके. देश की रक्षा करने वाले जवानों के परिवारों को भी इस पर गर्व महसूस होता है.
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रुड़की के ढंडेरा स्थित अशोक नगर कॉलोनी में कई परिवार के ऐसे हैं, जिनके भाई सेना में है. इन परिवारों में त्योहार पर खुशी का माहौल तो होता है, लेकिन कहीं ना कहीं अपनों के करीब ना होने पर आंखें नम भी हो जाती है. कॉलोनी की अधिकतर बहनें अपने भाइयों की तस्वीर को सामने रखकर रक्षाबंधन मनाती है. हालांकि, राखी डाक के जरिए भी उन्हें भेजी जाती हैं.