लक्सर: रेलवे स्टेशन के वेंडरो ने कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से स्टेशन मास्टर से मांग की है कि लक्सर के बाईपास से जा रही गाड़ियों का स्टॉपेज लक्सर रेलवे स्टेशन पर किया जाए. वेंडरों का कहना है कि कोरोना की वजह से पिछले 1 साल से लक्सर रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी, जिसके कारण स्टेशन पर काम करने वाले वेंडरों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो गई थी.
परेशान रेलवे स्टेशनों के वेंडरों का कहना है कि उनकी वर्तमान पारिवारिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है. हालांकि कोरोना की रफ्तार कम होने पर कुछ ट्रेनों का संचालन शुरू तो हुआ है, लेकिन लक्सर रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर बाईपास होने के कारण सहारनपुर और पंजाब से आने वाली ट्रेनों को लक्सर रेलवे स्टेशन से ना हो कर बाईपास से निकाला जा रहा है.
ये भी पढ़ें: 'कोई विधायक नाराज नहीं, बैठक में अगले 4 महीने के रोडमैप पर हुई चर्चा'
वेंडरों को ये भी चिंता सता रही है कि ट्रेनों का संचालन लक्सर होते देहरादून या हरिद्वार जा रही है, आने वाले समय में कहीं इन ट्रेनों को भी कहीं बाईपास होते हुए ना निकाला जाए. इसके लिए सभी वेंडर एकत्रित होकर कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी के माध्यम से लक्सर रेलवे स्टेशन मास्टर से वार्ता की. इस दौरान वेंडरों ने स्टेशन मास्टर से अपनी वर्तमान सस्याओं को भी उठाया.
ये भी पढ़ें: AAP का दावा, BJP के 35 विधायक इस्तीफा देने को तैयार
वहीं, कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी ने कहा कि लक्सर रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले वेंडरो की माली हालत वर्तमान में खराब हो गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले को रेल मंत्रालय तक पहुंचाने की भी बात कही है. वहीं, राजेश रस्तोगी ने चेतावनी दी है कि अगर वेंडरों की इस समस्या का संज्ञान नहीं लिया जाता है तो वो लक्सर के रेलवे बाईपास पर वेंडरों के साथ बैठकर चक्का जाम करेंगे.