हरिद्वार: देवप्रयाग में लगाई जा रही शराब फैक्ट्री के विरोध में साधु-संतों समेत कई हिंदू संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विरोध प्रदर्शन कर रहे है साधु-संत इस मामले में सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं. साधु-संत देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री को बंद कराने के लिए अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन पर बैठ गए हैं.
क्रमिक अनशन पर बैठे साधु-संतों का कहना है कि जब तक सरकार अपना फैसला नहीं बदलती है वो आंदोलन की राह से पीछे नहीं हटेंगे. आंदोलनकारियों ने सभी 13 अखाड़ों को पत्र लिखकर उनसे समर्थन भी मांगा है. इतना ही नहीं कई आंदोलनकारियों ने तो जल समाधि लेने के तक की चेतावनी दी है.
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अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे श्री महंत विनोद गिरी ने कहा कि देवभूमि में शराब की फैक्ट्री लगाना गलत है. जिस जगह पर फैक्ट्री लगाई जा रही है वहां से सारी गंदगी गंगा में बहाई जाएगी. 2021 में हरिद्वार में कुंभ होने जा रहे है. इस दौरान साधु-संत और श्रद्धालु मां गंगा के अमृत जल में स्नान करने आएंगे न की सीवर के दूषित पानी में. श्री महंत विनोद गिरी ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वह जल समाधि लेने पर विवश हो जाएंगे.
वहीं दूसरी तरफ हिंदू युवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अन चेतना महाराज ने कहा कि गुजरात और बिहार की तरह देवभूमि में भी शराब बंदी होना चाहिए. यदि सरकार के उनकी मांग नहीं मानी तो पूरे वो भारतवर्ष आंदोलन करेंगे.
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ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष अधीर कौशिक ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है. यहां राजा भागीरथ ने मां गंगा को धरती पर लाने के लिए कई सालों तक तपस्या की थी. ऐसी जगह पर शराब की फैक्ट्री लगाना बहुत ही निंदनीय है. सरकार शराब की फैक्ट्री पर 40 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है. क्या सरकार शराब की फैक्ट्री से प्रदेश में रोजगार बढ़ाएगी. देवभूमि में शराब की फैक्ट्री बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.