हरिद्वार: बीते 17 से 19 दिसंबर को धर्मनगरी में हुई धर्म संसद में दिये गए विवादित भाषणों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन धर्म संसद पर मुकदमे दर्ज हो रहे हैं. इसी कड़ी में आज हरिद्वार के सर्वानंद गंगा घाट पर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे धर्म संसद से जुड़े पांच संतों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के आरोप में हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया है.
हेट स्पीच मामले में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी को लेकर पहले यति नरसिंहानंद की अगुवाई में धर्म संसद से जुड़े संत सर्वानंद गंगा घाट पर अनशन कर रहे थे. वहीं, शनिवार रात यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी के बाद अन्य संत अनशन पर डटे हैं. चूंकि कोरोना संक्रमण को लेकर गाइडलाइन जारी है ऐसे में कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि धर्म संसद कोर कमेटी के संयोजक आनंद स्वरूप, अध्यक्ष प्रबोधानंद गिरि, सागर सिंधुराज, अमृतानंद और शिवानंद के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है.
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वहीं, दूसरी ओर हरिद्वार धर्म संसद प्रकरण में पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है. मामले की जांच एसआईटी कर रही है. हेट स्पीच मामले में जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और एक अन्य मामले में यति नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर उठा रहे सवालों पर सफाई देते हुए हरिद्वार एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि धर्म संसद पर विवाद होने के बाद नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को रिपीटेड ऑफेंस के चलते गिरफ्तार किया गया है. वहीं, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद को एक दूसरे मामले में विशेष समुदाय की महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एसआईटी गहनता से मामले की जांच में जुटी हुई है जैसे-जैसे तथ्य सामने आते जा रहे हैं उस पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है.