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पुलिसकर्मियों की कलाई पर सजी बहनों की प्यारी राखियां, सुरक्षा का किया वादा

धर्मनगरी में महिलाओं ने कनखल थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की कलाई पर राखी बांधी. महिलाओं का कहना है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. पुलिसकर्मी भी जवानों की तरह ही अपने घर जाकर अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते हैं. ऐसे में उन्हें बहनों की कमी महसूस ना हो इसके लिए उन्होंने पुलिसकर्मियों को राखी बांधी है.

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Published : Aug 15, 2019, 12:03 AM IST

raksha bandhan

हरिद्वारः भाई-बहनों के पवित्र और प्यार के प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. कई जगहों पर एक दिन पहले ही रक्षाबंधन मनाया गया है. इसी कड़ी में महिलाओं ने कोतवाली पहुंचकर पुलिसकर्मियों की कलाई पर राखी बांधी और उनसे सुरक्षा की मांग की. वहीं, पुलिसकर्मियों ने हर समय बहनों की रक्षा करने का वादा किया.

raksha bandhan
पुलिसकर्मियों की कलाई में सजी बहनों की प्यारी राखियां.

धर्मनगरी में महिलाओं ने कनखल थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की कलाई पर राखी बांधी. महिलाओं का कहना है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. पुलिसकर्मी भी जवानों की तरह ही अपने घर जाकर अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते हैं. ऐसे में उन्हें बहनों की कमी महसूस ना हो इसके लिए उन्होंने पुलिसकर्मियों को राखी बांधी है.

पुलिसकर्मियों की कलाई में सजी बहनों की प्यारी राखियां.

ये भी पढे़ंः रक्षाबंधन 2019: बहनों ने सैनिकों की कलाई पर बांधी राखी, जवानों ने रक्षा का दिया वचन

उन्होंने कहा कि महिलाएं अकसर थाने में आने से कतराती है. इसलिए उन्होंने थाने में आकर पुलिस भाइयों को राखी बांधी है. जो एक अलग संदेश भी देती है कि पुलिस के जवान भी हमारे भाई है और हमें थाने में आने से नहीं घबराना चाहिए. साथ ही कहा कि अपनी हर परेशानी थाने में आकर पुलिस के भाइयों को बतानी चाहिए.

वहीं, कनखल थाना इंचार्ज हरिओम चौहान का कहना है कि कई बार रक्षाबंधन वो परिवार और बहनों से दूर रहकर मनाते हैं, लेकिन इस बार यहां कि बहनों ने उनके कलाई पर रक्षा का सूत्र बांधा है. साथ ही कहा कि वो महिलाएं को दिए वचन के प्रति काफी गंभीर हैं. आगे भी महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाएगा.

हरिद्वारः भाई-बहनों के पवित्र और प्यार के प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. कई जगहों पर एक दिन पहले ही रक्षाबंधन मनाया गया है. इसी कड़ी में महिलाओं ने कोतवाली पहुंचकर पुलिसकर्मियों की कलाई पर राखी बांधी और उनसे सुरक्षा की मांग की. वहीं, पुलिसकर्मियों ने हर समय बहनों की रक्षा करने का वादा किया.

raksha bandhan
पुलिसकर्मियों की कलाई में सजी बहनों की प्यारी राखियां.

धर्मनगरी में महिलाओं ने कनखल थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की कलाई पर राखी बांधी. महिलाओं का कहना है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. पुलिसकर्मी भी जवानों की तरह ही अपने घर जाकर अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते हैं. ऐसे में उन्हें बहनों की कमी महसूस ना हो इसके लिए उन्होंने पुलिसकर्मियों को राखी बांधी है.

पुलिसकर्मियों की कलाई में सजी बहनों की प्यारी राखियां.

ये भी पढे़ंः रक्षाबंधन 2019: बहनों ने सैनिकों की कलाई पर बांधी राखी, जवानों ने रक्षा का दिया वचन

उन्होंने कहा कि महिलाएं अकसर थाने में आने से कतराती है. इसलिए उन्होंने थाने में आकर पुलिस भाइयों को राखी बांधी है. जो एक अलग संदेश भी देती है कि पुलिस के जवान भी हमारे भाई है और हमें थाने में आने से नहीं घबराना चाहिए. साथ ही कहा कि अपनी हर परेशानी थाने में आकर पुलिस के भाइयों को बतानी चाहिए.

वहीं, कनखल थाना इंचार्ज हरिओम चौहान का कहना है कि कई बार रक्षाबंधन वो परिवार और बहनों से दूर रहकर मनाते हैं, लेकिन इस बार यहां कि बहनों ने उनके कलाई पर रक्षा का सूत्र बांधा है. साथ ही कहा कि वो महिलाएं को दिए वचन के प्रति काफी गंभीर हैं. आगे भी महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाएगा.

Intro:फीड लाइव व्यू से भेजी गई है

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उत्तराखंड में बढ़ रही महिलाओं के साथ अपराधिक घटनाओं के बाद हर वर्ग परेशान है ऐसे में हर घटना के बाद सवाल पुलिस पर खड़े होते हैं की पुलिस ठीक से काम नहीं करती है या दबाव में काम कर रही है इसी को लेकर अपनी रक्षा के लिए अब महिलाओं ने एक नया तरीका अपनाया है और रक्षाबंधन से एक दिन पहले ही थाने और कोतवाली में जाकर पुलिसकर्मियों को महिलाओं ने राखी बांधी और पुलिस से वचन लिया कि आप हमारी रक्षा करेंगे और एक बहन की तरह पुलिस वालों ने भी इन बहनों को वचन दिया है कि हम आपकी हर वक्त रक्षा करेंगे

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Body:थाने कोतवाली और पुलिस के आंगन में अगर कोई महिला खड़ी हो जाए तो यही लगता है कि कोई शिकायत पुलिस के पास आई है लेकिन यह मुस्कुराती महिलाएं कोई शिकायत नहीं बल्कि राखी का त्यौहार मनाने पहुंची है उत्तराखंड में जिस तरह अभी हाल ही में मासूम बच्चियों के साथ कई रेप की घटनाएं हुई है और अपने आसपास महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं को देखकर तमाम महिलाओं ने एक समूह बनाकर थाने पहुंच गई हरिद्वार कनखल थाने पहुंचकर इन तमाम महिलाओं ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को राखी बांधी और मिठाई खिलाकर मुंह मीठा भी किया

थाने पहुंच पुलिस को राखी बांधने वाली महिलाओं का कहना है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है और पुलिस वालों को राखी हमने इसलिए बांधी है कि पुलिस वाले अपने परिवार में जाकर अपनी बहनों से राखी नहीं बनवा पाते हैं इन पुलिसकर्मियों को यह महसूस ना हो कि उनकी कलाई पर उनकी बहनों ने राखी नहीं बांधी है इसलिए हमने इन पुलिस के भाइयों को राखी बांधी है और साथ ही जिस तरह से उत्तराखंड में कुछ दिनों में ही कई मासूम बच्चियों के साथ रेप जैसी घटनाएं हुई है हमने पुलिस के भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर यह वचन लिया है कि वह सभी बहनों की रक्षा करेंगे महिलाओं का कहना है कि महिलाएं थाने में आने से कतराती है इसलिए हमने थाने में आकर पुलिस के भाइयों को राखी बांधकर यह मैसेज दिया है कि पुलिस के जवान भी हमारे भाई है और हमें थाने में आने से नहीं घबराना चाहिए और अपनी हर परेशानी थाने आकर पुलिस के भाइयों को बतानी चाहिए कई बार देखने को मिलता है कि पुलिस के भाई कार्य तो करना चाहते हैं मगर उनके ऊपर दबाव बना दिया जाता है जिस वजह से वह कार्य नहीं कर पाते इसलिए हमने पुलिस के भाइयों से वचन लिया है कि अब सभी पुलिस के भाई महिलाओं से जुड़ी घटनाओं पर और अच्छे से ध्यान दें

बाइट--वंदना गुप्ता-- स्थानीय महिला
बाइट-- अलका तौमर--स्थानीय महिला

अचानक पहुची इतनी सारी महिलाओं को देखकर पहले तो पूरे थाने का माहौल अजीब सा हो गया लेकिन जब महिलाओं ने पुलिसकर्मियों को हाथ आगे बढ़ाने को कहा तो सब राखी बनवाने के लिए राजी भी हो गए कनखल थाना इंचार्ज हरिओम चौहान का कहना है कि वैसे तो कई रक्षाबंधन परिवार और बहनों से दूर रहकर मनाते आए हैं लेकिन इन बहनों के आने से उन्हें अच्छा लगा है की इन बहनों ने हमारे हाथों में रक्षा का सूत्र बांधा है साथ ही उनके द्वारा लिए गए वचन पर हम गंभीरता से काम करते आए हैं और आगे भी महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाएगा महिलाएं थाने आने में घबराती है अगर महिलाएं थाने में आकर अपनी शिकायतें दर्ज कराएगी तो इससे महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा और जिस तरह से इन महिलाओं ने हमें थाने में आकर राखी बांधी है इससे महिलाओं में पुलिस के प्रति एक अच्छा मैसेज भी जाएगा

बाइट-- हरिओम चौहान--इंचार्ज कनखल थाना


Conclusion:रक्षाबंधन का धागा अनमोल धागा होता है और इस धागे को भाई की कलाई पर बांध कर महिलाएं अपनी रक्षा का वचन लेती है और भाई भी जीवन भर अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं बहनों को दिए वचन को पुलिसकर्मियों ने भी हरसंभव पूरा करने का प्रण लिया है ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर पुलिस प्रशासन रोक लगाने में कामयाब हो पाता है या नहीं क्योंकि अब महिलाओं ने इन पुलिस वालों के हाथों में रक्षा का सूत्र बांधकर अपनी रक्षा का वचन लिया है

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