हरिद्वारः जिले का कार्यभार संभालने के बाद एसएसपी अजय सिंह ने पहली बार दारोगा लेवल के कर्मचारियों के ताबड़तोड़ तबादले किए हैं. उन्होंने जिलेभर के 20 उप निरीक्षकों के कार्य क्षेत्रों में फेरबदल (Sub Inspectors transfer in Haridwar) किया है. जिसमें 10 चौकी प्रभारियों को इधर से उधर किया गया है. जबकि, जल्द ही कई अन्य चौकियों के प्रभारियों की भी कुर्सियां हिलेंगी.
नए एसएसपी के जिले का कार्यभार संभालने के बाद ही कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द जिले में बड़े फेरबदल देखने को मिल सकते हैं. बीते कुछ दिनों में एसएसपी अजय सिंह (Haridwar SSP Ajay Singh) ने तमाम चौकियों और थानों में तैनात उपनिरीक्षकों के काम देखने के बाद मंगलवार को ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी. एसएसपी अजय सिंह के जनसंपर्क अधिकारी बिपिन पाठक ने बताया कि रुड़की कोतवाली की सोत बी चौकी प्रभारी अशोक रावत को भिक्कमपुर चौकी प्रभारी लक्सर, मनोज ममगाईं को भिक्कमपुर से चौकी प्रभारी सोत बी रुड़की, सत्येंद्र बुटोला को अमानत गढ़ थाना बुग्गावाला से भगवानपुर थाना का एसएसआई बनाया गया है.
देवेंद्र तोमर को थाना पथरी से जगजीतपुर चौकी प्रभारी, जगजीतपुर चौकी से खेमेंद्र गंगवार को खड़खड़ी चौकी प्रभारी, विजेंद्र कुमाईं को खड़खड़ी से मायापुर चौकी प्रभारी और नवीन चौहान को थाना भगवानपुर से चौकी प्रभारी नारसन तो यशवीर नेगी को नारसन से थाना भगवानपुर भेजा गया है. जबकि, रविंद्र सिंह को ज्वालापुर कोतवाली से भगवानपुर की काली नदी चौकी का प्रभारी बनाया गया. काली नदी चौकी से जयवीर रावत को कोतवाली ज्वालापुर भेजा है.
इसके अलावा अशोक सिरसवाल को पुलिस कार्यालय से बाजार चौकी प्रभारी बहादराबाद और प्रदीप राठौर को पुलिस कार्यालय से चौकी प्रभारी धनौरी बनाया है. जबकि, धनौरी चौकी से नरेश गंगवार को कोतवाली गंगनहर भेजा गया है. विकास रावत को थाना खानपुर से थाना सिडकुल और अजय रमन को पुलिस लाइन से कोतवाली मंगलौर, गगन मैठाणी को पुलिस लाइन से चौकी प्रभारी सप्तऋषि बनाया है.
वहीं, मायापुर चौकी प्रभारी संतोष सेमवाल को ज्वालापुर कोतवाली भेजा है. जबकि, सप्तऋषि चौकी प्रभारी प्रकाश चंद्र को कोतवाली रुड़की और सुरेश कुमार को पुलिस लाइन से कोतवाली मंगलौर, ठाकुर सिंह रावत को पुलिस लाइन से कोतवाली ज्वालापुर भेजा गया है. बताया जा रहा है कि जल्द ही अन्य चौकी प्रभारियों के कार्य क्षेत्रों में फेरबदल (Police Sub Inspectors transferred) किया जा सकता है.
ये भी पढ़ेंः सरकार की ट्रांसफर एक्ट से राहत देने की कोशिश पर उठे सवाल, विपक्ष ने 'तबादला उद्योग' दिया नाम