लक्सर: नकली दवा बनाने के मामले में उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने चार आरोपियों के खिलाफ लक्सर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. मामले में नामजद एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया है.
रविवार को उत्तराखंड एसटीएफ की तीन अलग-अलग टीमों ने हरिद्वार जिले के लक्सर, भगवानपुर और यूपी के सहारनपुर जिले में नकली दवा बनाने फैक्ट्रियों पर छापेमारी की थी. छापेमारी में नामचीन फार्मा कंपनियों के नाम से बड़े स्तर पर नकली दवाइयां बनाकर बेचे जाने का खुलासा हुआ था. सब इंस्पेक्टर विपिन बहुगुणा के नेतृत्व में लक्सर पहुंची एसटीएफ टीम ने मिनरल वाटर बनाने के लिए लगाई गई फैक्ट्री में बड़े स्तर पर नकली दवाएं बनाने का भंडाफोड़ किया था.
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देर रात्रि तक एसटीएफ टीम फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई पूरी करने में लगी रही. इसके बाद टीम ने लक्सर कोतवाली में नकली दवा बनाने के मामले में संजीत पुत्र अमर सिंह निवासी सिकरोढ़ा थाना भगवानपुर के अलावा पंकज राणा, अजय राणा व रवि के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी थी, जिस पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी.
दबिश में एक आरोपित संजीत पुलिस के हत्थे चढ़ गया. कोतवाली के कार्यकारी प्रभारी एसएसआई अंकुर शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपित संजीत को लक्सर एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी: ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने सोमवार को लक्सर क्षेत्र में कई मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की. कई मेडिकल स्टोर वाले अपने दुकान बंद करके भाग गए. ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बिना लाइसेंस के चल रहे तीन मेडिकल स्टोरों को बंद कराया. ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि मेडिकल स्टोर पर बिना डॉक्टर के पर्चे के दवाइयां दी जा रही है. साथ ही युवा पीढ़ी में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जिसको देखते हुए आज लक्सर से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की गई.