लक्सर: सरकार भले ही सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लाख दावे करती हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत ठीक उलट है. इसकी लक्सर में देखने को मिली जहां 108 एंबुलेंस मौजूद होने के बावजूद गर्भवती महिला को स्कूटी पर लेकर अस्पताल जाना पड़ा.
बता दें कि मुंडाखेड़ा खुर्द गांव में रहने वाले नईम की पत्नी (निशा) गर्भवती थी. शुक्रवार को निशा की तबीयत अचानक बिगड़ गई. बिगड़ी तबीयत को देखते हुए नईम ने गांव की आशा कार्यकत्री को फोन से संपर्क किया पर वह भी समय से नहीं पहुंच पाई. इस दौरान नईम ने 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया मगर फोन नहीं लगा. ऐसे में नईम पड़ोसी की स्कूटी मांगकर अपनी पत्नी को लक्सर के सरकारी अस्पताल में ले गया. जहां डॉक्टर ने पीड़िता का ब्लड टेस्ट करवाने के लिए भी बाहर जाना पड़ा.
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उधर, इन सब समस्याओं के बाद नईम की पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है. वहीं, नईम का कहना है कि सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, मगर उसे अपनी पत्नी को अस्पताल दोपहिया वाहन में बैठाकर लाना पड़ा जबकि, अस्पताल में एंबुलेंस मौजूद थी.