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लक्सर: गर्भवती को स्कूटी पर बैठाकर पहुंचाया अस्पताल, नहीं मिली 108 - laksar news

स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के सरकार लाख दावे करे लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर लौटती नजर नहीं आ रही है. आलम ये है कि सरकारी अस्पताल में मरीजों को उपचार तक नहीं मिल रहा है.

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Published : Jan 24, 2020, 10:39 PM IST

Updated : Jan 24, 2020, 11:22 PM IST

लक्सर: सरकार भले ही सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लाख दावे करती हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत ठीक उलट है. इसकी लक्सर में देखने को मिली जहां 108 एंबुलेंस मौजूद होने के बावजूद गर्भवती महिला को स्कूटी पर लेकर अस्पताल जाना पड़ा.

सरकारी अस्पताल में बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं.

बता दें कि मुंडाखेड़ा खुर्द गांव में रहने वाले नईम की पत्नी (निशा) गर्भवती थी. शुक्रवार को निशा की तबीयत अचानक बिगड़ गई. बिगड़ी तबीयत को देखते हुए नईम ने गांव की आशा कार्यकत्री को फोन से संपर्क किया पर वह भी समय से नहीं पहुंच पाई. इस दौरान नईम ने 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया मगर फोन नहीं लगा. ऐसे में नईम पड़ोसी की स्कूटी मांगकर अपनी पत्नी को लक्सर के सरकारी अस्पताल में ले गया. जहां डॉक्टर ने पीड़िता का ब्लड टेस्ट करवाने के लिए भी बाहर जाना पड़ा.

ये भी पढ़ें: 1500 रुपए के लिए युवक ने अधेड़ को मारी गोली, हायर सेंटर रेफर

उधर, इन सब समस्याओं के बाद नईम की पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है. वहीं, नईम का कहना है कि सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, मगर उसे अपनी पत्नी को अस्पताल दोपहिया वाहन में बैठाकर लाना पड़ा जबकि, अस्पताल में एंबुलेंस मौजूद थी.

लक्सर: सरकार भले ही सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लाख दावे करती हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत ठीक उलट है. इसकी लक्सर में देखने को मिली जहां 108 एंबुलेंस मौजूद होने के बावजूद गर्भवती महिला को स्कूटी पर लेकर अस्पताल जाना पड़ा.

सरकारी अस्पताल में बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं.

बता दें कि मुंडाखेड़ा खुर्द गांव में रहने वाले नईम की पत्नी (निशा) गर्भवती थी. शुक्रवार को निशा की तबीयत अचानक बिगड़ गई. बिगड़ी तबीयत को देखते हुए नईम ने गांव की आशा कार्यकत्री को फोन से संपर्क किया पर वह भी समय से नहीं पहुंच पाई. इस दौरान नईम ने 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया मगर फोन नहीं लगा. ऐसे में नईम पड़ोसी की स्कूटी मांगकर अपनी पत्नी को लक्सर के सरकारी अस्पताल में ले गया. जहां डॉक्टर ने पीड़िता का ब्लड टेस्ट करवाने के लिए भी बाहर जाना पड़ा.

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उधर, इन सब समस्याओं के बाद नईम की पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है. वहीं, नईम का कहना है कि सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, मगर उसे अपनी पत्नी को अस्पताल दोपहिया वाहन में बैठाकर लाना पड़ा जबकि, अस्पताल में एंबुलेंस मौजूद थी.

Intro:लोकेशन लक्सर उत्तराखंड
संवाददाता कृष्णकांत शर्मा लकसर
स्लग-लक्सर मरीज परेशान
एंकर- कहने को तो राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग को दुरुस्त करने के लिए लाख दावे पेश करते हैं सरकार का दावा है कि सरकारी अस्पतालों में सरकार द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रखी है जिसमें 108 एंबुलेंस आशा कार्यकत्री दवाइयां सभी टेस्ट और ऑपरेशन की सुविधा मौजूद है मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है जहां दर्द से तड़पती गर्भवती महिला को नहीं मिली एंबुलेंस स्कूटी पर लेकर पहुंचे परिजन सरकारी अस्पतालBody: ताजा मामला लक्सर के मुंडाखेड़ा खुर्द गांव का है गांव में रहने वाले नईम की पत्नी गर्भवती थी शुक्रवार को निशा की तबीयत अचानक बिगड़ गई बिगड़ी तबीयत को देखकर नईम ने गांव की आशा को फोन किया तो आशा भी समय से नहीं पहुंची फिर राज्य सरकार द्वारा संचालित 108 एंबुलेंस को फोन किया उनका तो फोन लगा ही नहीं फिर दूसरे मोबाइल से भी 108 को फोन किया गया मगर फोन नहीं लगा किसी तरह नईम ने अपनी दर्द से तड़पती पत्नी को पड़ोसी से स्कूटी मांग कर उस पर लेकर लक्सर के सरकारी अस्पताल में ले गया जहां पर डॉक्टर ने उसको टेस्ट करवाने के लिए बाहर जाने को कहा नईम ने बाहर जाकर अपनी पत्नी का ब्लड टेस्ट करवाया इन सब समस्याओं से जूझते हुए कुछ देर बाद ही उसकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन बड़ा सवाल यह है की इन सरकारी योजनाओं का आखिर क्या फायदा है जोकि समय से आम लोगों को नहीं मिल पाती हैं सरकार इन योजनाओं के नाम पर सरकारी खजाने को केवल बंदरबांट करने का काम ही करती हैं Conclusion: वही नईम ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा योजनाएं चलाई जा रही है मगर मैं अपनी पत्नी को पड़ोसी से स्कूटी मांग कर अपनी पत्नी को लेकर आया हूं सरकार के द्वारा चलाई गई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है स्थानीय निवासि का कहना है कि हॉस्पिटल में लेकर आने पर भी काफी परेशानी उठानी पड़ी और इमरजेंसी में डाक्टर को बुलाया गया गया कुछ ही समय पश्चात गर्भवती महिला ने 1 बच्चे को जन्म दे दिया
बाइट -नईम
बाइट-- नईम पड़ोसी
Last Updated : Jan 24, 2020, 11:22 PM IST
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