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कुंभ 2021: जूना अखाड़े की पेशवाई से पहले तीन महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक

जूना अखाड़े की पेशवाई से पहले 3 महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक किया गया. पट्टाभिषेक के कार्यक्रम में पहुंचे आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा कि जूना अखाड़ा पुरातन ऋषि परम्परा का सूचक है.

Haridwar Mahakumbh 2021
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Published : Mar 4, 2021, 3:43 PM IST

Updated : Mar 4, 2021, 4:53 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बुधवार को जूना अखाड़े की धर्मध्वजा की स्थापना के साथ ही कुंभ की शुरुआत हो गई. आज गुरुवार को जूना की पेशवाई निकलने जा रही है. वहीं, उससे पहले जूना अखाड़े ने अपने 3 महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक किया.

जूना अखाड़े की पेशवाई से पहले तीन महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक

जूना अखाड़े की आज पेशवाई निकलने जा रही है. पेशवाई से पहले जूना अखाड़े ने तीन हामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक किया. माया देवी मंदिर के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने तीनों महामंडलेश्वरों का विधि विधान के साथ पट्टाभिषेक किया.

पढ़ें- जूना अखाड़े की पेशवाई में दिखेगी उत्तराखंड की लोक संस्कृति, देंगे पलायन रोकने का संदेश

पट्टाभिषेक के कार्यक्रम में पहुंचे आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा कि जूना अखाड़ा पुरातन ऋषि परम्परों का सूचक है. जूना अखाड़े में आज तीन संतों को महामंडलेश्वर पद पर काबिज किया गया है. उन्होंने कहा कि वे आशा करते हैं कि ये तीनों संत समाज में ऋषि परंपराओं, संस्कृति और धर्म का प्रचार-प्रसार करेंगे और सनातन धर्म को आम नागरिक तक पहुंचायेंगे.

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बुधवार को जूना अखाड़े की धर्मध्वजा की स्थापना के साथ ही कुंभ की शुरुआत हो गई. आज गुरुवार को जूना की पेशवाई निकलने जा रही है. वहीं, उससे पहले जूना अखाड़े ने अपने 3 महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक किया.

जूना अखाड़े की पेशवाई से पहले तीन महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक

जूना अखाड़े की आज पेशवाई निकलने जा रही है. पेशवाई से पहले जूना अखाड़े ने तीन हामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक किया. माया देवी मंदिर के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने तीनों महामंडलेश्वरों का विधि विधान के साथ पट्टाभिषेक किया.

पढ़ें- जूना अखाड़े की पेशवाई में दिखेगी उत्तराखंड की लोक संस्कृति, देंगे पलायन रोकने का संदेश

पट्टाभिषेक के कार्यक्रम में पहुंचे आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा कि जूना अखाड़ा पुरातन ऋषि परम्परों का सूचक है. जूना अखाड़े में आज तीन संतों को महामंडलेश्वर पद पर काबिज किया गया है. उन्होंने कहा कि वे आशा करते हैं कि ये तीनों संत समाज में ऋषि परंपराओं, संस्कृति और धर्म का प्रचार-प्रसार करेंगे और सनातन धर्म को आम नागरिक तक पहुंचायेंगे.

Last Updated : Mar 4, 2021, 4:53 PM IST
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