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पतंजलि ने डेंगू को मात देने के लिए बनाई 'डेंगूनिलवटी', जानिए क्या है कीमत - योगगुरू बाबा रामदेव

योगगुरू बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद संस्थान ने डेंगू की दवा बनाने का दावा किया है. डेंगुनील नामक इस दवाई को आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने लॉन्च किया. दवा को डेंगू के लिए अत्यधिक प्रभावी बताया.

पतंजलि ने ईजाद की डेंगू की दवाई.
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Published : Oct 20, 2019, 9:16 PM IST

Updated : Oct 20, 2019, 11:57 PM IST

हरिद्वार: उत्तर भारत में डेंगू के प्रकोप से लोग दहशत में हैं. वहीं, योग गुरू बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने डेंगू से बचाव की औषधि बनाने का दावा किया है. डेंगुनील वटी नाम की इस आयुर्वेदिक दवा को पतंजलि के रिसर्च केंद्र में गहन रिसर्च और परीक्षण के बाद रविवार को लॉन्च किया गया. पतंजलि आयुर्वेद के महामंत्री और आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने तुलसी, गिलोय, पपीते के पत्ते और एलोवेरा सहित कुछ अन्य तत्वों से तैयार डेंगूनिलवटी को डेंगू के इलाज के लिए सबसे अधिक प्रभावी बताया.

पतंजलि ने ईजाद की डेंगू की दवाई.

बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू के इलाज के लिए पैरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी. इसको लेकर आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पैरासिटामोल सिर्फ बुखार के काम आती है. इस दवाई से डेंगू का इलाज नहीं हो सकता है.

ये भी पढ़ें: विलुप्ति की कगार पर हिमालयी चूहा 'औचोटोना रॉयली', ये है बड़ी वजह

पतंजलि के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जब से डेंगू वायरस का पता चला है, तब से पतंजलि योगपीठ द्वारा औषधि बनाने का कार्य शुरू किया है. आयुर्वेद के हिसाब से गिलोय और एलोवेरा काफी कारगर है. डेंगू की रोकथाम के लिए साइंटिस्ट की पूरे 2 साल की मेहनत के बाद इस औषधि को बनाया गया है, इसमें कोई भी हानिकारक चीज नहीं है. इस औषधि में गिलोय, एलोवेरा, पपीते का पत्ता, अनार इन सब को मिलाकर ये औषधि बनाई गई है. इस औषधि को कोई भी खा सकता है. हमारे 1500 चिकित्सालयों में इस औषधि को रखा गया है. 10 दिन की औषधि मात्र 35 रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है.

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पैरासिटामोल डेंगू की दवाई नहीं है. वो सिर्फ बुखार की दवाई है. हमारे द्वारा जो औषधि बनाई गई है वह हर स्तर तक काम करेगी. अगर प्लेटलेट्स कम होता है तो थोड़ा आप एलोपैथिक दवाई ले सकते हैं, लेकिन उसके साथ आप इस औषधि को लेंगे तो जल्दी रिकवरी होगी.

हरिद्वार: उत्तर भारत में डेंगू के प्रकोप से लोग दहशत में हैं. वहीं, योग गुरू बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने डेंगू से बचाव की औषधि बनाने का दावा किया है. डेंगुनील वटी नाम की इस आयुर्वेदिक दवा को पतंजलि के रिसर्च केंद्र में गहन रिसर्च और परीक्षण के बाद रविवार को लॉन्च किया गया. पतंजलि आयुर्वेद के महामंत्री और आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने तुलसी, गिलोय, पपीते के पत्ते और एलोवेरा सहित कुछ अन्य तत्वों से तैयार डेंगूनिलवटी को डेंगू के इलाज के लिए सबसे अधिक प्रभावी बताया.

पतंजलि ने ईजाद की डेंगू की दवाई.

बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू के इलाज के लिए पैरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी. इसको लेकर आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पैरासिटामोल सिर्फ बुखार के काम आती है. इस दवाई से डेंगू का इलाज नहीं हो सकता है.

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पतंजलि के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जब से डेंगू वायरस का पता चला है, तब से पतंजलि योगपीठ द्वारा औषधि बनाने का कार्य शुरू किया है. आयुर्वेद के हिसाब से गिलोय और एलोवेरा काफी कारगर है. डेंगू की रोकथाम के लिए साइंटिस्ट की पूरे 2 साल की मेहनत के बाद इस औषधि को बनाया गया है, इसमें कोई भी हानिकारक चीज नहीं है. इस औषधि में गिलोय, एलोवेरा, पपीते का पत्ता, अनार इन सब को मिलाकर ये औषधि बनाई गई है. इस औषधि को कोई भी खा सकता है. हमारे 1500 चिकित्सालयों में इस औषधि को रखा गया है. 10 दिन की औषधि मात्र 35 रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है.

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पैरासिटामोल डेंगू की दवाई नहीं है. वो सिर्फ बुखार की दवाई है. हमारे द्वारा जो औषधि बनाई गई है वह हर स्तर तक काम करेगी. अगर प्लेटलेट्स कम होता है तो थोड़ा आप एलोपैथिक दवाई ले सकते हैं, लेकिन उसके साथ आप इस औषधि को लेंगे तो जल्दी रिकवरी होगी.

Intro:उत्तर भारत मे डेंगू लोगो पर कहर बनकर टूट रहा है डेंगू से बचाव और प्रभावी इलाज के लिए योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने डेंगू की औषधि बनाने का दावा किया है डेंगुनील वटी नाम की इस आयुर्वेदिक दवा को पतंजलि के रिसर्च केंद्र में गहन रिसर्च और परीक्षण के बाद आज लांच किया किया गया पतंजलि आयुर्वेद के महामंत्री और आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने तुलसी,गिलोय,पपीते के पत्ते और एलोवेरा सहित कुछ अन्य तत्वों से तैयार डेंगुनील वटी को डेंगू के इलाज के लिए सबसे अधिक प्रभावी बताया है वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू के इलाज के लिए पेरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी इसको लेकर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पेरासिटामोल सिर्फ बुखार के काम आती है इस दवाई से डेंगू का इलाज नहीं हो सकताBody:डेंगू की वजह से लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है डेंगू से प्रदेश में कई मौतें भी हो चुकी है मगर सरकार डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने में नाकाम साबित हो रही है अब पतंजलि योगपीठ द्वारा डेंगू के इलाज के लिए औषधि बनाई है और पतंजलि द्वारा बताया गया है कि यह औषधि डेंगू के लिए रामबाण साबित होगी पतंजलि के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि जब से डेंगू वायरस का पता चला है तभी से पतंजलि योगपीठ द्वारा औषधि बनाने का कार्य शुरू किया क्योंकि हमें पता है की आयुर्वेद के हिसाब से गिलोय एलोवेरा काफी कारगर है हमारे द्वारा मरीजों को डेंगू से बचाव के लिए उसी वक्त यह औषधि देनी शुरू कर दी गई थी हमने डेंगू की रोकथाम के लिए अपने सैंटिस की पूरी टीम को लगाया 2 साल की मेहनत के बाद इस औषधि को हमने बनाया है इसमें कोई भी हानिकारक चीज नहीं है इस औषधि में गिलोय एलोवेरा पपीते का पत्ता अनार इन सब को मिलाकर यह औषधि बनाई गई है इस औषधि को कोई भी खा सकता है हमारे 1500 चिकित्सालयों में इस औषधि को रखा गया है 10 दिन की औषधि मात्र 35 रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है और इतने रुपए में ही आप डेंगू को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं

बाइट आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेदाचार्य पतंजलि योगपीठ

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू से बचने के लिए लोगों को पेरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी इसको लेकर अचार्य बालकृष्ण का कहना है कि एक वैद्य होने के नाते मैं इतना ही कह सकता हूं पेरासिटामोल डेंगू की दवाई नहीं है वह सिर्फ बुखार उतारने की दवाई है हमारे द्वारा जो औषधि बनाई गई है वह हर स्तर तक काम करेगी अगर प्लेटलेट कम होती है तो थोड़ा आप एलोपैथिक दवाई ले सकते हैं मगर उसके साथ आप इस औषधि को ले गए तो जल्दी रिकवरी होगी

बाइट आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेदाचार्य पतंजलि योगपीठConclusion:डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार दावे तो बहुत कर रही है मगर धरातल पर सरकार के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं और लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और सरकार इसको रोकने में नाकाम साबित हो रही है मगर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने डेंगू के उपचार के लिए पेरासिटामोल गोली खाने का नुक्सा बता दिया उनको नहीं पता कि पेरासिटामोल की गोली सिर्फ हल्के बुखार में खाई जाती है ना कि डेंगू में अब देखना होगा सरकार लगातार बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप से प्रदेश की जनता को कैसे राहत पहुंचाती है
Last Updated : Oct 20, 2019, 11:57 PM IST
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