हरिद्वार: उत्तर भारत में डेंगू के प्रकोप से लोग दहशत में हैं. वहीं, योग गुरू बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने डेंगू से बचाव की औषधि बनाने का दावा किया है. डेंगुनील वटी नाम की इस आयुर्वेदिक दवा को पतंजलि के रिसर्च केंद्र में गहन रिसर्च और परीक्षण के बाद रविवार को लॉन्च किया गया. पतंजलि आयुर्वेद के महामंत्री और आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने तुलसी, गिलोय, पपीते के पत्ते और एलोवेरा सहित कुछ अन्य तत्वों से तैयार डेंगूनिलवटी को डेंगू के इलाज के लिए सबसे अधिक प्रभावी बताया.
बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू के इलाज के लिए पैरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी. इसको लेकर आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पैरासिटामोल सिर्फ बुखार के काम आती है. इस दवाई से डेंगू का इलाज नहीं हो सकता है.
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पतंजलि के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जब से डेंगू वायरस का पता चला है, तब से पतंजलि योगपीठ द्वारा औषधि बनाने का कार्य शुरू किया है. आयुर्वेद के हिसाब से गिलोय और एलोवेरा काफी कारगर है. डेंगू की रोकथाम के लिए साइंटिस्ट की पूरे 2 साल की मेहनत के बाद इस औषधि को बनाया गया है, इसमें कोई भी हानिकारक चीज नहीं है. इस औषधि में गिलोय, एलोवेरा, पपीते का पत्ता, अनार इन सब को मिलाकर ये औषधि बनाई गई है. इस औषधि को कोई भी खा सकता है. हमारे 1500 चिकित्सालयों में इस औषधि को रखा गया है. 10 दिन की औषधि मात्र 35 रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है.
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पैरासिटामोल डेंगू की दवाई नहीं है. वो सिर्फ बुखार की दवाई है. हमारे द्वारा जो औषधि बनाई गई है वह हर स्तर तक काम करेगी. अगर प्लेटलेट्स कम होता है तो थोड़ा आप एलोपैथिक दवाई ले सकते हैं, लेकिन उसके साथ आप इस औषधि को लेंगे तो जल्दी रिकवरी होगी.