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रुड़की: अब ईंट भट्टों से कम होगा प्रदूषण, ये फॉर्मूला अपनाएंगे संचालक

ईंट भट्टा संचालकों को अब नई तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. जिससे भट्टों से निकल रहे प्रदूषण को कम किया जा सके और लोगों को राहत मिल सके.

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रुड़की में ईट भट्टठों से अब नहीं होगा प्रदूषण,
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Published : Aug 23, 2020, 1:36 PM IST

Updated : Aug 23, 2020, 1:56 PM IST

रुड़की: बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ईंट भट्टा संचालकों को एक नई तकनीक को लागू करने के लिए निर्देशित किया है. इस तकनीक से प्रदूषण पर नियंत्रण तो होगा ही साथ ही आसपास के लोगों को भट्टों से निकल रहे प्रदूषण से राहत भी मिलेगी.

पढ़ें- जानें, दासप्रथा का इतिहास और उन्मूलन के लिए उठाए गए कदम

दरअसल, ईंट भट्टों से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन ने एक्शन लिया है. जिसके तहत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी ईंट भट्टा स्वामियों को नई तकनीकी जिक जैक लगाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस तकनीक के विपरीत चलने वाले भट्टों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. रुड़की क्षेत्र में करीब 150 ईंट भट्टे संचालित हो रहे हैं, जिससे प्रदूषण फैल रहा है.

अब ईंट भट्टों से कम होगा प्रदूषण.

वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रा अधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि जो ब्रिक भट्टे में पकाने के लिए लगते हैं, उनकी सेटिंग जिक जैक के माध्यम से होनी चाहिए साथ ही ड्राफ्ट भी लगाना होगा. जिससे चिमनी से प्रॉपर तरीके से धुआं निकल सके और वायु प्रदूषण से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि अबतक 25 ईंट भट्टा संचालक इस तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं, इसके साथ ही करीब 125 भट्टा संचालकों को नोटिस जारी कर 20 सितंबर तक जिक जैक लगाने के निर्देश दिए गए हैं. यदि ईंट भट्टा स्वामी इस तकनीक का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

रुड़की: बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ईंट भट्टा संचालकों को एक नई तकनीक को लागू करने के लिए निर्देशित किया है. इस तकनीक से प्रदूषण पर नियंत्रण तो होगा ही साथ ही आसपास के लोगों को भट्टों से निकल रहे प्रदूषण से राहत भी मिलेगी.

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दरअसल, ईंट भट्टों से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन ने एक्शन लिया है. जिसके तहत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी ईंट भट्टा स्वामियों को नई तकनीकी जिक जैक लगाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस तकनीक के विपरीत चलने वाले भट्टों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. रुड़की क्षेत्र में करीब 150 ईंट भट्टे संचालित हो रहे हैं, जिससे प्रदूषण फैल रहा है.

अब ईंट भट्टों से कम होगा प्रदूषण.

वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रा अधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि जो ब्रिक भट्टे में पकाने के लिए लगते हैं, उनकी सेटिंग जिक जैक के माध्यम से होनी चाहिए साथ ही ड्राफ्ट भी लगाना होगा. जिससे चिमनी से प्रॉपर तरीके से धुआं निकल सके और वायु प्रदूषण से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि अबतक 25 ईंट भट्टा संचालक इस तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं, इसके साथ ही करीब 125 भट्टा संचालकों को नोटिस जारी कर 20 सितंबर तक जिक जैक लगाने के निर्देश दिए गए हैं. यदि ईंट भट्टा स्वामी इस तकनीक का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Aug 23, 2020, 1:56 PM IST
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