हरिद्वार: देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज (Dev Sanskriti University Shantikunj) और सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (SIIDCUL Manufacturers Association) उत्तराखंड के बीच एमओयू साइन (Memorandum of understanding) किया गया. जिसके तहत सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखंड और देव संस्कृति विश्वविद्यालय आपस में सहयोग करेंगे और भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार (promotion of Indian culture) को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कारगर कदम उठाएंगे.
इस मौके पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या (Dr. Chinmoy Pandya) ने कहा कि हरिद्वार का सिडकुल लोगों को रोजगार प्रदान करता है. यहां के उद्यमी आज देव संस्कृति विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करके सिडकुल की शान में और अधिक वृद्धि कर रहे हैं. जिससे अब सिडकुल उद्योग नगरी के साथ-साथ सिद्ध कुल भी हो गया है.
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उन्होंने उम्मीद जताई कि यह संस्था भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान करेगा. देव संस्कृति विश्वविद्यालय और सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष हरेंद्र गर्ग ने कहा कि आज देव संस्कृति विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन (MoU Sign) करके सिडकुल ने भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कार्य किया है. जिसका लाभ दोनों संस्थाओं को होगा.
एमओयू में देव संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से प्रति कुलपति डॉ चिन्मय पंड्या और सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखंड की ओर से संस्था के प्रदेश अध्यक्ष हरेंद्र गर्ग महामंत्री, राज अरोड़ा और जगदीश लाल पाहवा ने साइन किए. देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिसर में ही एमओयू साइन करने का कार्यक्रम संपन्न हुआ.