हरिद्वार: कांवड़ मेले को उत्तर भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा के रूप में जाना जाता है. कांवड़ मेले को लेकर उत्तराखंड शासन कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार को हरिद्वार में बुलाई गई कांवड़ मेले की बैठक में गढ़वाल आईजी और कमिश्नर डेढ़ घंटा देर से पहुंचे. प्रशासन द्वारा यात्रा से पूर्व सारे कार्य पूरा कराने का दावा किया जा रहा है. वहीं, कई कार्य समय से पूरे होते नहीं दिखाई दे रहे हैं. जो परेशानी का सबब बन सकते हैं.
दरअसल, कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर हरिद्वार के मेला नियंत्रण भवन में गढ़वाल कमिश्नर दिलीप जावलकर और गढ़वाल आईजी अजय रौतेला की अध्यक्षता में हरिद्वार जिला प्रशासन और पुलिस की बैठक बुलाई गई थी. बैठक में सभी विभागों को अपने- अपने कार्यों का विवरण देना था. बैठक दोपहर 12:30 बजे बुलाई गई थी लेकिन गढ़वाल कमिश्नर बैठक में 2 बजे पहुंचे. इस दौरान डेढ़ घंटे तक हरिद्वार के डीएम एसएसपी समेत सभी अधिकारी मेला नियंत्रण भवन के वातानुकूलित सभागार में बैठकर कमिश्नर और आईजी का इंतजार करते रहे.
डेढ़ घंटे बाद बैठक में पहुंचे गढ़वाल कमिश्नर और आईजी ने कांवड़ मेले से सम्बन्धित विभागों से उनके कार्य की जानकारी ली. गढ़वाल कमिश्नर दिलीप जावलकर का कहना है कि कांवड़ मेले के सभी कार्य समय से पूरे कर लिए जाएंगे. जिसके लिए उनके द्वारा आज निरीक्षण किया गया. उन्होंने कहा कि कई कार्य अधूरे है उनको लेकर अधिकारियों को दिशा- निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सभी कार्य कांवड़ यात्रा से पहले पूर्ण कर लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कावड़ यात्रा से पहले एक बार फिर हरिद्वार कार्यों की समीक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि कांवड़ियों को यात्रा पर कोई भी कठिनाई नहीं होगी.
वहीं, कांवड़ मेले में जाम की सबसे बड़ी समस्या बनी रहती है, इसको लेकर भी पुलिस- प्रशासन ने रोडमैप तैयार किया है. बाहर से आने वाली गाड़ियों के लिए रूट डाइवर्जन बनाया गया है. इसको लेकर आईजी गढ़वाल अजय रौतेला का कहना है कि हरिद्वार में तीन जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है एक गौरीशंकर में पार्किंग बनी है एक मोतीचूर और एक बैरागी कैंप में पार्किंग बनाई गई है. जिसे दूसरे राज्य से आने वाले कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. वहीं देहरादून से नैनीताल जाने वाले लोगों के लिए चीला मार्ग का भी प्रयोग किया जाएगा.
कांवड़ मेले की सुरक्षा के लिए करीब दस हजार सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. जिसके लिए कुमाऊं से भी पुलिस फोर्स हरिद्वार में तैनात किया जाएगा. बता दें कि कावड़ मेले को शुरू होने में कुछ दिन ही बचे हैं. लेकिन अभी भी प्रशासन अधूरे कामों को पूरा कराने में नाकाम साबित हो रहा है. देखना होगा प्रशासन कब तक इन अधूरे कामों को पूरा कर कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न करा पाता है.