हरिद्वार: श्री नीलेश्वर महादेव मंदिर के महंत स्वामी प्रेमदास महाराज आज तड़के ब्रह्मलीन हो गए हैं. उन्होंने अंतिम सांस अपने नीलेश्वर महादेव मंदिर परिसर के आश्रम में ली. उनके ब्रह्मलीन होने की खबर सुनते ही संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. संतों ने उनके निधन को एक राष्ट्रीय क्षति बताया है. महंत स्वामी प्रेमदास महाराज का आज गौरीशंकर परिसर में गुरु महंत श्री दामोदर दास की समाधि के पास अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी तादाद में उनके शिष्य आश्रम परिसर पहुंच रहे हैं.
श्री गौरीशंकर महादेव मंदिर और श्री मलेश्वर महादेव मंदिर के प्रमुख सृष्टि पंडित प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि महंत प्रेमदास की कुछ दिनों से तबियत खराब थी. बीती रात वह अपने कमरे में सोने के लिए चले गए, लेकिन वह सुबह नहीं उठे, तो कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया, तभी पाया कि महाराज अचेत अवस्था में पड़े थे. उन्होंने बताया कि उन्हें रामकृष्ण मिशन चिकित्सालय कनखल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. महंत स्वामी प्रेमदास महाराज मधुर भाषी और मिलनसार व्यक्ति थे.
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बता दें कि पड़ी जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर महंत अवधेशानंद गिरी महाराज, श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज, श्री पंच नाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि महाराज, महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज, उदासीन पंचायती बड़ा अखाड़ा के महंत दुर्गादास कोठारी समेत तमाम संतों ने स्वामी प्रेमदास महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की.
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