हरिद्वार: देशभर में प्रथम पूज्य भगवान गणपति बप्पा की पूजा (Worship of Ganpati Bappa) बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. जगह जगह भगवान गणपति की प्रतिमा स्थापित (Statue of Lord Ganpati installed) की गई है. मानों गणपति बप्पा के जयकारों से आज पूरा देश गूंज रहा है. वही, हरिद्वार के गीता भवन में गणपति की प्रतिमा (Statue of Ganpati in Gita Bhawan Haridwar) लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यहां भगवान गणेश की प्रतिमा मानो जैसे जीवंत हो गई हो. क्योंकि मूर्ति की आंखें और सूंड मूवमेंट कर रही है. ऐसा पहली बार हरिद्वार में देखने को मिल रहा है. मूर्ति को परीडा मूर्ति कला केंद्र (Parida Sculpture Center) द्वारा गणपति का बाल रूप दिया गया है.
श्री महामाया गणपति संगठन (Shree Mahamaya Ganpati Organization) के संयोजक धीरज अनेजा ने कहा हर साल हमारे द्वारा हरिद्वार में अलग अलग टीम के साथ गणपति की स्थापना की जाती है. इससे पहले हम सौंफ, अनाज, कोरोना थीम के गणपति भी गीता भवन में स्थापित कर चुके हैं. इस बार हमने गणपति को वास्तविक रूप देने का प्रयास किया है. इसलिए हमने मूर्ति की आंखें और सूंड में मूवमेंट कराया है, जो अपने आप में दिव्य और अद्भुत दिख रहा है.
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वही, पंडित अधीर कौशिक ने सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश विघ्नहर्ता हैं. आज हरिद्वार के गीता भवन में स्थापित मूर्ति को देखकर ऐसा ही लग रहा है कि वाकई साक्षात भगवान श्री गणेश यहां विराजे हो. मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे शांभवी धाम और काली सेना के प्रमुख आनंद स्वरूप ने कहा आज विघ्नहर्ता हरिद्वार के गीता भवन में विराजमान हो गए हैं. मैं सभी से अनुरोध करना चाहूंगा कि वह एक बार यहां जरूर आए और गीता भवन के गणपति के दर्शन करें.
वहीं, रामनगर में भी श्रद्धालुओं ने बड़े हर्ष से भगवान श्री गणेश की प्रतिमा स्थापना की है. पूरे देश के साथ-साथ रामनगर में भी गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi in Ramnagar) का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. रामनगर के इंदिरा कॉलोनी में पिछले कई वर्षों से गणेश चतुर्थी पर गुप्ता परिवार गणपति बप्पा की स्थापना करता आ रहा है. इस बार भी गुप्ता परिवार ने पूरे विधि विधान के साथ गणेश जी की स्थापना की है.
अशोक गुप्ता ने कहा इस बार भगवान गणेश की उपासना और साधना का महापर्व गणेश उत्सव प्रारंभ हो गया है. इस बार की भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी बहुत ही खास और शुभ फल देने वाली है. 300 साल बाद गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ संयोग बना रहा है. क्योकि इस बार गणेश चतुर्थी तिथि पर वही शुभ योग और संयोग बना हुआ है, जो गणेश जी के जन्म के समय बना था.
हल्द्वानी के आनंदपुरी में भी गणपति उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. गणेश चतुर्थी के मौके पर गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापना के साथ ही शोभायात्रा निकाली गई. भक्तों ने गजानन की मूर्तियों का भव्य श्रृंगार किया. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में विघ्न विनाशक गणपति बप्पा के प्रति गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. पंडालों में मूर्तियों की स्थापना के साथ ही अब आने वाले 10 दिनों तक गणेश महोत्सव की धूम रहेगी.
आयोजकों ने बताया कि दो साल से कोरोना गाइडलाइन की वजह से महोत्सव धूमधाम से नहीं मना पाए थे, लेकिन इस बार गाइडलाइन में छूट से भक्तों में उल्लास है. फिर भी मास्क और सामाजिक दूरी को लेकर निर्देशित किया गया है. वहीं गणेश भगवान की मूर्ति स्थापना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी तैयारी की गई है. ऐसे में हर कोई बप्पा की भक्ति में लीन नजर आ रहा है.