हरिद्वार: जिला प्रशासन के नगर के व्यवसायियों और कर्मचारियों की कोरोना जांच और उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए जिला पर्यटन कार्यालय में आयोजित बैठक में जमकर हंगामा हुआ. व्यापारियों ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई. वहीं, मामला बढ़ता देख अधिकारी बैकफुट पर आ गए और व्यापारियों को समझा-बुझाकर शांत करवाया.
दरअसल, इस बैठक में अपर मेला अधिकारी का चार्ज संभाल रहे आईएएस अफसर अंशुल ने व्यापारियों और सभी कर्मचारियों को कोरोना जांच कराने के बाद आइसोलेट होने की बात कही. जिस पर होटल व्यवसायी कुलदीप शर्मा ने आपत्ति जताई और कहा कि कोरोना काल में दो-चार कर्मचारी ही उनके पास काम कर रहे हैं. अगर उन्हें भी आइसोलेट कर दिया जाएगा तो होटल बंद करना पड़ेगा. ऐसे में उन्होंने सभी व्यापारियों और कर्मचारियों का रेपिड टेस्ट करवाने की सलाह दी.
पढ़ेंः हरिद्वार-ऋषिकेश मेट्रो प्रोजेक्ट की DPR तैयार, जल्द कैबिनेट से मिल सकती है मंजूरी
वहीं, होटल व्यवसायी की इस बात पर आईपीएस अफसर अंशुल कुमार भड़क गए और व्यापारियों को नेतागिरी ना करने की चेतावनी दी. साथ ही कहा कि अगर बात नहीं मानी तो एक साल के लिए जेल में भिजवा दूंगा. जिसके बाद सभी व्यापारी भड़क गए और बैठक को बहिष्कार करते हुए बाहर आ गए. ऐसे में बैठक में मौजूद अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
इस दौरान अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को काफी मनाने का प्रयास किया गया. लेकिन व्यापारियों ने बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया. जिसके बाद अपर मेला अधिकारी आईपीएस अंशुल ने व्यापारियों के समझाया और अपनी बात के लिए खेद प्रकट किया, तब जाकर कहीं व्यापारी शांत हुए और दोबारा बैठक में शामिल हुए.