लक्सर: पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है. लॉकडाउन के कारण यातायात के सभी साधन बंद है. बाहर से आने वाले मजदूर और फैक्ट्री में कार्यरत लोग घरों की तरफ रुख करने लगे हैं. फैक्ट्री बंद होने से उनके आगे यही चारा बच गया है. वहीं बेबस मजदूर घर जाने के लिए साधन की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं. वहीं, आवाजाही का साधन न मिलने से मजदूर लोग पैदल ही घरों की ओर जा रहे हैं.
मजदूरों को बॉर्डर बंद होने की वजह से लक्सर में ही रोक दिया गया है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन ने सहायता करते हुए उन्हें लक्सर के युवराज पैलेस, निरंकारी भवन रेन बसेरा व नगर पालिका के बरात घर में शरण दी है. वहीं, स्थानीय लोगों भी बढ़-चढ़कर इन लोगों की सेवा करने के लिए आगे आए हैं. लक्सर गांव के लोगों ने इनके खाने पीने की व्यवस्था की.
पढ़ें-Fight Against Coronavirus: सोशल मीडिया पर हरिद्वार से ये छोटे बच्चे भी लोगों को कर रहे जागरूक
लक्सर प्रशासन ने लोगों के रहने सोने की व्यवस्था की समुचित व्यवस्था की है. स्थानीय प्रशासन की पूरी कोशिश है कि बाहर से आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े.