देहरादून: प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. इसकी तैयारियों में यूपी सरकार दिन रात जुटी हुई है. इतनी बड़ी भीड़ को किस तरह से नियंत्रित किया जाएगा, इसको देखने के लिए उत्तराखंड के कई अधिकारियों को प्रयागराज कुंभ मेले में भेजा जाएगा, जिसकी लिस्ट तैयारी की जा रही है.
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में कुंभ मेले के साथ-साथ कई अन्य बड़े कार्यक्रम होते हैं. इनमें करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. ऐसे में उत्तराखंड के अधिकारी प्रयागराज कुंभ में जाकर भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट, स्वास्थ्य और अन्य सुविधायों को किस तरह के मैनेज करते हैं, उसकी क्लास लेंगे.
उत्तराखंड के अधिकारी प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों का न सिर्फ बारीकी से अध्ययन करेंगे, बल्कि उसे उत्तराखंड के बड़े कार्यक्रमों में किस तरह के इम्प्लीमेंट किया जा सकता है, उस पर भी विचार किया जाएगा. उत्तराखंड की कार्मिक अपर सचिव रीना जोशी की मानें तो जल्द ही अधिकारियों की एक लिस्ट बनाई जाएगी, इसके बाद ही अधिकारियों को प्रयागराज कुंभ भेजा जाएगा.
प्रयागराज कुंभ में उत्तराखंड सरकार भी अपना एक पवेलियन बना रही है, जहां उत्तराखंड के अधिकारियों को तैनात किया जाएगा. ताकि प्रदेश के श्रद्धालुओं को वहां किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो. इतने बड़े आयोजन में अगर कुछ नए अधिकारी जाते हैं, तो उन्हें बहुत कुछ सीखने के लिए मिलेगा. शासन और सरकार इसी दिशा में आगे काम कर रहे हैं.
ये मिलेगा फायदा: उत्तराखंड शासन में सूचना निदेशक बंशीधर तिवारी का मानना है कि प्रयागराज कुंभ से उत्तराखंड के अधिकारी काफी कुछ सीख सकते हैं. क्योंकि उत्तराखंड में भी इस तरह के आयोजन होते रहते हैं. कुंभ के अलावा हरिद्वार में हर साल कांवड़ा मेला लगता है. इसके अलावा चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को और मुकम्मल किया जा सकता है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि जिस तरह से चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, उसी तरह से अधिकारी भी अपनी तैयारी को मुकम्मल रखें.
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