रुड़की: नवीन मंडी का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने आढ़तियों से शुल्क लिए जाने की जानकारी ली. इसके साथ ही व्यापारियों ने अपनी समस्या ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को बताई और उनके निदान की मांग की. साथ ही मंडी में आई गाड़ियों की रजिस्टर में एंट्री पूरी न मिलने पर मंडी निरीक्षकों को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने जमकर फटकार लगाई.
बता दें कि रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह अचानक मंडी समिति पहुंच गए. मंडी पहुंचते ही उन्होंने व्यापारियों से पूछताछ शुरू की और जाना कि उनके यहां जो समान आया है उसका टैक्स उन्होंने दिया है या नहीं. ऐसे में कुछ व्यापारी टैक्स की पर्ची नहीं दिखा पाए. इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें महीने में या कुछ दिनों की इकट्ठी पर्ची मिलती है. इसके साथ ही व्यापारियों ने बताया कि उनकी गाड़ियां टैक्स देकर मंडी में प्रवेश करती हैं. लेकिन बाहर की गाड़ियां बिना किसी टैक्स के यहां आना जाना करती हैं.
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व्यापारियों ने कहा कि वह लाखों रुपये टैक्स देते हैं. इसके बावजूद भी मूलभूत समस्याओं का समाधान अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को कहने के बाद भी नहीं हो पाता. ऐसे में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने उक्त समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया. साथ ही देरी से पहुंचे मंडी निरीक्षकों को जमकर फटकार लगाई गई.
इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मंडी निरीक्षकों को चेक पोस्ट पर लेकर गए. वहां वाहनों की एंट्री चेक की तो मंडी में उपस्थित वाहनों के मुकाबले रजिस्टर में एंट्री कम मिली. ऐसे में उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और मामले में जांच करने की बात कही.
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह ने बताया कि नवीन मंडी की काफी शिकायतें मिल रही थीं. ऐसे में मंडी का औचक निरीक्षण किया गया है. यहां मिली खामियों की रिपोर्ट मंडी सचिव और जिलाधिकारी को भेजी जाएगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.