हरिद्वार: ऊर्जा निगम की ज्वालापुर डिवीजन (Jwalapur Division of Energy Corporation) में तैनात अवर अभियंता कुंवर सिंह (Junior Engineer Kunwar Singh) ने अधीक्षण अभियंता के ट्रांसफर आदेश को ही दरकिनार कर दिया है. नौ दिन पहले बकायदारों के पुराने मीटर हटाकर नए मीटर लगाने के आरोप सही पाए जाने के बाद अधीक्षण अभियंता ने तत्काल जेई को शहर डिविजन कार्यालय में अटैच कर दिया था. जिसके बाद भी जेई ज्वालापुर से हिलने को तैयार नहीं हैं.
ज्वालापुर निवासी शमशाद कुरैशी ने विद्युत वितरण खंड ज्वालापुर के तहत 33/11 केवी विद्युत उप संस्थान ज्वालापुर-प्रथम जटवाड़ा पुल में तैनात अवर अभियंता कुंवर सिंह की शिकायत तथ्यों सहित ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता प्रदीप चौधरी से की थी. आरोप था की बिजली के लाखों रुपये के बकायदारों को जेई ने नए कनेक्शन दे दिए हैं. जिससे ऊर्जा निगम को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगाया गया है. शिकायत के बाद अधीक्षण अभियंता ने सात दिसंबर को जांच कमेटी गठित की. कमेटी की जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने के बाद कुंवर सिंह को 22 दिसंबर को तत्काल प्रभाव से विद्युत वितरण खंड नगरीय हरिद्वार के कार्यालय में संबंद्ध कर दिया गया.
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संबंधित अधिकारी को आदेश दिए थे की अवर अभियंता को तत्काल कार्यमुक्त करते हुए अपनी आख्या प्रस्तुत करें. जेई ने अधीक्षण अभियंता के आदेश को दरकिनार कर दिया. नौ दिन का समय बीतने के बाद भी ज्वालापुर से ये जेई टस से मस नहीं हुआ है. ऊर्जा निगम की ज्वालापुर डिविजन के अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार का कहना है कि लक्सर से अवर अभियंता आकर चार्ज संभालने के बाद ही जेई कुंवर सिंह अपना नगरीय डिवीजन में अपना चार्ज संभालेंगे.