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हरिद्वार में इंडियन हारमोनिका फोरम मीट 2022 का आयोजन, विजय कश्यप को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

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Published : Nov 14, 2022, 10:00 AM IST

Updated : Nov 14, 2022, 1:07 PM IST

हरिद्वार में इंडियन हारमोनिका फोरम मीट 2022 का आयोजन किया गया. मीट में कई जगहों से 70 हारमोनिका इंस्ट्रूमेंट को बजाने वाले दक्ष कलाकार शामिल हुए. कार्यक्रम में बॉलीवुड कलाकार रुस्तम कारवां ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया.

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हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में दो दिवसीय इंडियन हारमोनिका फोरम मीट 2022 (Indian Harmonica Forum Meet 2022 at Haridwar) का आयोजन किया गया. इसमें देश भर से आए 70 माउथ ऑर्गन के दक्ष कलाकारों ने माउथ ऑर्गन बजाने के लिए टिप्स भी दिए और अपनी प्रस्तुति भी दी. यह फोरम देश की पहली रजिस्टर्ड संस्था है जो माउथ ऑर्गन को देश में सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए प्रयासरत है. इस कार्यक्रम में माउथ ऑर्गन के कलाकार विजय कश्यप को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (Vijay Kashyap Life Time Achievement Award) प्रदान किया गया. कार्यक्रम में बॉलीवुड के विख्यात कलाकार रुस्तम कारवां मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे और उन्होंने मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति भी दी.

बॉलीवुड कलाकार रुस्तम कारवां का कहना है कि हम 2 साल तक कोरोना के चलते किसी से मिल नहीं पाए. न ही कोई प्रोग्राम किया. अब यह मौका मिला है हरिद्वार में हम आपके सामने पेश हुए हैं. हारमोनिका काफी सालों से प्रचलित है. छोटे-छोटे बच्चे और मेरे जैसे बुजुर्ग भी हारमोनिका के दीवाने हैं. इसमें कोई शक नहीं कि हारमोनिका एक ऐसी चीज है जिसे आप कहीं भी लेकर जाओ और वहां एक संगीत का प्रोग्राम कर लो. आप हारमोनिका के सहारे अपना टेंशन दूर कर सकते हैं.

हरिद्वार में इंडियन हारमोनिका फोरम मीट 2022 का आयोजन.
ये भी पढ़ेंः स्वामी राम महासमाधि दिवस: महाबोधि अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र लेह लद्दाख को मिला मानवता पुरस्कार-2022

वह बताते हैं कि हारमोनिका एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट है जो बजाते समय हम देख नहीं पाते हैं. हारमोनिका को जब मुंह से बजाया जाता है तो तो नोट्स कभी दिखाई नहीं देते. लय और सुर जो हमारे दिमाग में बसे हुए हैं. वही हमें हरमोनिया बजाने में मदद करते हैं. उन्होंने बताया कि मैं जब अपने पिता के साथ एक सर्कस में गया तो रिंग मास्टर ने हारमोनिका को हाथी की सूंड में रख दिया. इसके बाद हाथी हारमोनिका बजाने लगा.

रुस्तम कारवां ने बताया कि उन्होंने हारमोनिका की सबसे पहले रिकॉर्डिंग 1968 में मानव धर्म फिल्म के लिए की थी. उसके बाद यह सिलसिला चलने लगा. उसके बाद आशिक हूं बहारों का, छैला बाबू, इश्क और मोहब्बत, विश्वात्मा, यार, गुप्त कई फिल्मों में बजाया. उसके बाद मैंने फिल्मों में सीटी बजाने का भी काम किया.

कार्यक्रम के आयोजक गोपाल कृष्ण शर्मा का कहना है कि इंडियन हारमोनिका को बच्चों और लोगों के बीच लाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. यह ऐसा इंस्ट्रूमेंट है जो हृदय के लिए बहुत फायदेमंद है. इस कार्यक्रम में 70 कलाकार पहुंचे. इसमें मुंबई, कोलकाता, इंदौर, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड और अन्य स्टेट के भी कलाकार पहुंचे.

हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में दो दिवसीय इंडियन हारमोनिका फोरम मीट 2022 (Indian Harmonica Forum Meet 2022 at Haridwar) का आयोजन किया गया. इसमें देश भर से आए 70 माउथ ऑर्गन के दक्ष कलाकारों ने माउथ ऑर्गन बजाने के लिए टिप्स भी दिए और अपनी प्रस्तुति भी दी. यह फोरम देश की पहली रजिस्टर्ड संस्था है जो माउथ ऑर्गन को देश में सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए प्रयासरत है. इस कार्यक्रम में माउथ ऑर्गन के कलाकार विजय कश्यप को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (Vijay Kashyap Life Time Achievement Award) प्रदान किया गया. कार्यक्रम में बॉलीवुड के विख्यात कलाकार रुस्तम कारवां मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे और उन्होंने मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति भी दी.

बॉलीवुड कलाकार रुस्तम कारवां का कहना है कि हम 2 साल तक कोरोना के चलते किसी से मिल नहीं पाए. न ही कोई प्रोग्राम किया. अब यह मौका मिला है हरिद्वार में हम आपके सामने पेश हुए हैं. हारमोनिका काफी सालों से प्रचलित है. छोटे-छोटे बच्चे और मेरे जैसे बुजुर्ग भी हारमोनिका के दीवाने हैं. इसमें कोई शक नहीं कि हारमोनिका एक ऐसी चीज है जिसे आप कहीं भी लेकर जाओ और वहां एक संगीत का प्रोग्राम कर लो. आप हारमोनिका के सहारे अपना टेंशन दूर कर सकते हैं.

हरिद्वार में इंडियन हारमोनिका फोरम मीट 2022 का आयोजन.
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वह बताते हैं कि हारमोनिका एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट है जो बजाते समय हम देख नहीं पाते हैं. हारमोनिका को जब मुंह से बजाया जाता है तो तो नोट्स कभी दिखाई नहीं देते. लय और सुर जो हमारे दिमाग में बसे हुए हैं. वही हमें हरमोनिया बजाने में मदद करते हैं. उन्होंने बताया कि मैं जब अपने पिता के साथ एक सर्कस में गया तो रिंग मास्टर ने हारमोनिका को हाथी की सूंड में रख दिया. इसके बाद हाथी हारमोनिका बजाने लगा.

रुस्तम कारवां ने बताया कि उन्होंने हारमोनिका की सबसे पहले रिकॉर्डिंग 1968 में मानव धर्म फिल्म के लिए की थी. उसके बाद यह सिलसिला चलने लगा. उसके बाद आशिक हूं बहारों का, छैला बाबू, इश्क और मोहब्बत, विश्वात्मा, यार, गुप्त कई फिल्मों में बजाया. उसके बाद मैंने फिल्मों में सीटी बजाने का भी काम किया.

कार्यक्रम के आयोजक गोपाल कृष्ण शर्मा का कहना है कि इंडियन हारमोनिका को बच्चों और लोगों के बीच लाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. यह ऐसा इंस्ट्रूमेंट है जो हृदय के लिए बहुत फायदेमंद है. इस कार्यक्रम में 70 कलाकार पहुंचे. इसमें मुंबई, कोलकाता, इंदौर, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड और अन्य स्टेट के भी कलाकार पहुंचे.

Last Updated : Nov 14, 2022, 1:07 PM IST
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