हरिद्वार: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से आर्थिक तंगी की मार झेल रहे व्यापारी संगठनों ने सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे है. इसी कड़ी में आज धर्मनगरी हरिद्वार में प्रदेश व्यापार मंडल के बैनर तले व्यापारियों ने नंगे पांव एक बार फिर सत्याग्रह यात्रा निकाली. व्यापारियों ने कहा कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर है. लेकिन कोरोना काल में अभी तक उत्तराखंड की सीमाएं सील से हर वर्ग का व्यापारी प्रभावित हुआ है.
व्यापारियों की सरकार से मांग है कि किसानो और मजदरों की तर्ज पर सरकार, उत्तराखंड के व्यापारियों को आर्थिक सहायता के साथ ही बिजली, पानी, हाउस टैक्स और व्यापारियों के बच्चो के स्कूल की फीस भी माफ करे. इन्ही मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में सत्याग्रह यात्रा निकाली जाएगी. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार द्वारा उनकी मांगों को जल्द नही माना जाता है तो सत्याग्रह यात्रा उग्र आंदोलन में तब्दील हो जाएगी.
व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहा कि इससे पहले एक अक्टूबर के दिन सत्याग्रह पदयात्रा कनखल क्षेत्र पर निकली गई थी. उसी कड़ी में आज हरिद्वार क्षेत्र में पद यात्रा निकाली जा रही है. हरिद्वार शहर के हर विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग दिन यह यात्रा निकाली जाएगी. उन्होंने कहा कि करोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ा है. राज्य सरकार के आर्थिक पैकेज सहित सभी मांगों को मनवाने के लिए यह पदयात्रा शुरू है.
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उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सीमाएं खोलने के बावजूद भी आमदनी बिल्कुल नहीं है, देश का व्यापारी वर्ग सरकार की तरफ आशा से देख रहा है, अभी फिलहाल यह आंदोलन शांतिपूर्ण हो रहा है लेकिन अगर सरकार व्यापारियों की मांगे नही मानेगी तो यह यात्रा उग्र आंदोलन में तब्दील हो जाएगी.