रुड़कीः हरिद्वार के रुड़की सिविल अस्पताल (Roorkee Civil Hospital) में करीब 15 माह से एक महिला कैदी भर्ती है. महिला कैदी चलने में असमर्थ है. वह केवल बिस्तर पर ही लेटी रहती है. महिला कैदी को आज तक कोई परिजन देखने तक नहीं आया है. अस्पताल के चिकित्सक व नर्स आदि ही परिवार की तरह से महिला की देखभाल कर रहे हैं. महिला स्वयं खा नहीं पाती है. उसे चम्मच आदि से खाना खिलाया जाता है.
रुड़की सिविल अस्पताल में 5 सितंबर 2021 को उपकारागार रुड़की में बंद महिला कैदी (Women prisoners lodged in sub jail Roorkee) को उपचार के लिए लाया गया था. महिला कैदी को ब्रेन स्ट्रोक की शिकायत थी. महिला की हालत बेहद नाजुक थी. गंभीर हालत को देखते हुए पहली बार अस्पताल का आईसीयू वार्ड महिला कैदी के लिए खोला गया. चिकित्सकों ने काफी प्रयास के बाद महिला की जान बचाई. इस बीच कुछ दिन महिला कैदी एम्स ऋषिकेश में भी भर्ती रही. लेकिन बाद में महिला को वापस सिविल अस्पताल रुड़की भेज दिया गया. तब से लेकर आज तक महिला अस्पताल में भर्ती है. महिला बोल तो सकती है लेकिन उसके हाथ-पैर काम नहीं करते हैं. इसी कारण वह इतने समय से बेड पर ही लेटी हुई है.
सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल के चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ महिला कैदी की देखभाल परिवार के सदस्यों की तरह से ही करते हैं. उसे चम्मच आदि से खाना खिलाते हैं. साथ ही उसकी साफ सफाई करते हैं. विचाराधीन कैदी होने के चलते पुलिसकर्मी भी 24 घंटे वहां तैनात रहते हैं. सीएमएस ने बताया कि महिला से मिलने आज तक कोई नहीं आया है. महिला भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है. महिला के छह बच्चे भी हैं. महिला पर पति की हत्या का आरोप है. महिला हर दिन अपने परिवार के सदस्यों के आने का इंतजार करती है.