जम्मू: पुंछ में नियंत्रण रेखा (LOC) पर आतंकवादियों ने घुसपैठ की नाकाम कोशिश की. भारतीय सुरक्षाबलों ने तत्परता और सूझबूझ का परिचय देते हुए इस प्रयास को विफल कर दिया. इस मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है. इसके बाद से क्षेत्र में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई है और डोडा एवं कठुआ जिलों सहित अन्य इलाकों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, गुरुवार शाम को आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के खारी करमारा क्षेत्र से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे. इन आतंकियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) से घुसपैठ की योजना बनाई थी. जैसे ही भारतीय जवानों ने उनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखा, आतंकियों को रोकने की कवायद तेज कर दी गई. आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया.
सूत्रों के अनुसार, सेना को पहले से ही खुफिया जानकारी मिली थी कि आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं. इसके चलते बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. ऐसी खबरें भी हैं कि आतंकवादी ऊंचाई वाले क्षेत्रों से नीचे आने की रणनीति अपनाए हुए हैं.
डोडा और कठुआ में तलाशी अभियान तेज
संभावित खतरे को देखते हुए सुरक्षाबलों ने जम्मू के डोडा और कठुआ जिलों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. इस अभियान का उद्देश्य इलाके में छिपे आतंकियों, उनकी साजिश और नेटवर्क का खात्मा करना है.
जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. खासकर पुंछ और राजौरी जिलों में 2024 के दौरान गतिविधियों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
अन्य जिलों में बढ़ी गतिविधियों से बढ़ी सुरक्षा एजेंसियों की चिंता
जहां पुंछ और राजौरी थोड़े शांत नजर आए हैं, वहीं रियासी, डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर और जम्मू जिलों में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह बढ़ती गतिविधियां सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। इन जिलों में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिए गए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस बढ़ोतरी के पीछे आतंकियों की सीमा पार से बढ़ती गतिविधियां और हरकतें जिम्मेदार हैं.
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