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बल्लीमारान सीटः अब गालिब के लिए नहीं, समस्याओं के लिए जानी जाती है; जानिए क्या है मतदाताओं का रुख ? - BALLIMARAN SEAT

दिल्ली की बल्लीमारान विधानसभा के लोगों के तेवर इस बार चुनाव से पहले बदले हुए नजर आ रहे हैं. जानिए लोगों ने क्या कहा...

दिल्ली चुनाव से पहले जानें जनता की राय
दिल्ली चुनाव से पहले जानें जनता की राय (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 31, 2025, 2:22 PM IST

Updated : Jan 31, 2025, 5:08 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा, जिसके पहले सियासी पारा अपने चरम पर है. जहां एक तरफ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता जनता को अपनी तरफ करने के भरसक प्रयास कर रहे हैं, वहीं लोग भी इस बार प्रत्याशियों और नेताओं के सामने खुलकर अपने मुद्दों को जाहिर कर रहे हैं. इसी कड़ी में पुरानी दिल्ली क्षेत्र के अंतर्गत बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में ईटीवी भारत की टीम ने पहुंचकर लोगों से बातचीत और जाना की आखिर इस बार चुनाव को लेकर उनके मन में क्या है. वहीं उर्दू-फारसी के बड़े शायर मिर्जा गालिब का भी ताल्लुक इसी विधानसभा से रहा.

बल्लीमारान विधानसभा के निवासी मोहम्मद मुश्ताकिन कुरैशी ने कहा, क्षेत्र में पानी की काफी समस्या है. कई दिन तक जब पानी नहीं आता तो लोग इलाके में मौजूद मस्जिदों से पानी लेने को मजबूर हो जाते हैं. वहीं सड़कों की भी हालत अच्छी नहीं है और जगह-जगह गड्ढे नजर आते हैं. कई बार ऐसा होता है कि पानी न आने की स्थिति में बच्चों के स्कूल की छुट्टी तक करानी पड़ती है. गर्मी के मौसम में पानी की समस्या काफी बढ़ जाती है. कई बार पीने का पानी खरीद कर लाना पड़ता है.

बल्लीमारान विधानसभा में लोगों ने गिनाई समस्याएं (ETV Bharat)

समस्या का हल नहीं, केवल टालमटोल: वहीं स्थानीय सोशल एक्टिविस्ट गुफरान ने बताया, इलाके में पानी की बहुत समस्या है. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के सामने पानी की समस्या को कई बार रख गया, लेकिन उसे हल करने के बजाए टालमटोल किया जाता है. चुनाव के वक्त तो जनप्रतिनिधि समस्याओं को सुलझाने का दावा करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे क्षेत्र की जनता को भूल जाते हैं.

प्रदूषण की रोकथाम जरूरी: उनके अलावा सलमान कुरैशी ने कहा, चुनाव के वक्त नेताओं के पास बोलने के लिए तो बहुत कुछ होता है लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि काम नहीं करते हैं. जब हम उनके सामने अपनी समस्याएं रखते हैं तो सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. दिल्ली की जनता के सामने केवल स्थानीय मुद्दे ही नहीं बल्कि प्रदूषण की भी गंभीर समस्या है. हमारी मांग है की जो भी जनप्रतिनिधि यहां से चुनकर जाए वह प्रदूषण की रोकथाम को लेकर भी कम करें. जब दिल्ली के सभी विधायक प्रदूषण के मुद्दे पर पुरजोर तरीके से आवाज उठाएंगे, तो सरकार को प्रदूषण की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

बल्लीमारान विधानसभा के प्रमुख मुद्दे
बल्लीमारान विधानसभा के प्रमुख मुद्दे (ETV Bharat)

बाजार से खरीदना पड़ रहा पानी: वहीं कौसर कुरैशी ने बताया, इलाके के हालात बेहद खराब है. लोग गंदगी और पानी की समस्या से परेशान हो चुके हैं. गर्मी के मौसम में पानी बाजार से खरीद कर पीना पड़ता है. गरीब आदमी के लिए पानी खरीदना मुश्किल हो जाता है. बार-बार शिकायत करने के बाद भी सफाई नहीं होती. कई बार तो ऐसा हुआ कि खुद पैसे देकर मजदूरों से सफाई कराई गई. बरसात के मौसम भी हालत और खराब हो जाते हैं. सड़कों पर गंदगी का अंबार लग जाता है.

सीवर लाइन कई जगह ब्लॉक: वहीं एक अन्य निवासी ने कहा, यहां अधिकतर सड़कें टूटी हुई हैं. जब सड़क बनने के लिए काम शुरू होता है तो उसे महीने भर पहले से ही तोड़ दिया जाता है. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सीवर की भी काफी समस्या है. कई क्षेत्रों में सीवर लाइन ब्लॉक हो चुकी हैं. पानी की लाइन कई जगह से टूटी हुई है, जिसके चलते कई बार घरों में पाइपलाइन के जरिए गंदा पानी पहुंचता है.

बल्लीमारान विधानसभा में लोगों ने गिनाई समस्याएं (ETV Bharat)

2013 तक कांग्रेस, उसके बाद 'आप': गौरतलब है कि वर्ष 1993 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हारून युसुफ के जीतने का सिलसिला शुरू हुआ था, जो कि 2013 तक जारी रहा. इसके बाद 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी इमरान हुसैन ने पहले चुनाव में 33,877 वोट से और दूसरी बार 36,172 वोटों से जीत दर्ज की. 2008 में हारून युसुफ को भाजपा प्रत्याशी मोतीलाल सोढ़ी से टक्कर मिली थी. हालांकि वे 6,277 वोट से हार गए थे.

क्षेत्र से एक मंत्री रहा 'पक्का': बल्लीमारान विधानसभा सीट से विधायक बनने वाले नेता को दिल्ली में एक बार छोड़कर हमेशा कैबिनेट मंत्री बनने का मौका मिला है. जहां तीन बार शीला दीक्षित की सरकार में कांग्रेस के हारून युसुफ को कैबिनेट मंत्री बनने का मौका मिला, तो वहीं दो बार से इस सीट से जीते आप विधायक इमरान हुसैन मंत्री बने. इमरान हुसैन आम आदमी पार्टी की सरकार में मुख्य मुस्लिम चेहरा हैं.

दिल्ली के मतदाता
दिल्ली के मतदाता (ETV Bharat)

5 फरवरी को मतदान: गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान किया जाएगा. वहीं 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी. चुनाव आयोग की तरफ से दिल्ली चुनाव के लिए 7 जनवरी को घोषणा की गई थी. (पढ़ें पूरी खबर..)

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बल्लीमारान विधानसभा के निवासी मोहम्मद मुश्ताकिन कुरैशी ने कहा, क्षेत्र में पानी की काफी समस्या है. कई दिन तक जब पानी नहीं आता तो लोग इलाके में मौजूद मस्जिदों से पानी लेने को मजबूर हो जाते हैं. वहीं सड़कों की भी हालत अच्छी नहीं है और जगह-जगह गड्ढे नजर आते हैं. कई बार ऐसा होता है कि पानी न आने की स्थिति में बच्चों के स्कूल की छुट्टी तक करानी पड़ती है. गर्मी के मौसम में पानी की समस्या काफी बढ़ जाती है. कई बार पीने का पानी खरीद कर लाना पड़ता है.

बल्लीमारान विधानसभा में लोगों ने गिनाई समस्याएं (ETV Bharat)

समस्या का हल नहीं, केवल टालमटोल: वहीं स्थानीय सोशल एक्टिविस्ट गुफरान ने बताया, इलाके में पानी की बहुत समस्या है. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के सामने पानी की समस्या को कई बार रख गया, लेकिन उसे हल करने के बजाए टालमटोल किया जाता है. चुनाव के वक्त तो जनप्रतिनिधि समस्याओं को सुलझाने का दावा करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे क्षेत्र की जनता को भूल जाते हैं.

प्रदूषण की रोकथाम जरूरी: उनके अलावा सलमान कुरैशी ने कहा, चुनाव के वक्त नेताओं के पास बोलने के लिए तो बहुत कुछ होता है लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि काम नहीं करते हैं. जब हम उनके सामने अपनी समस्याएं रखते हैं तो सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. दिल्ली की जनता के सामने केवल स्थानीय मुद्दे ही नहीं बल्कि प्रदूषण की भी गंभीर समस्या है. हमारी मांग है की जो भी जनप्रतिनिधि यहां से चुनकर जाए वह प्रदूषण की रोकथाम को लेकर भी कम करें. जब दिल्ली के सभी विधायक प्रदूषण के मुद्दे पर पुरजोर तरीके से आवाज उठाएंगे, तो सरकार को प्रदूषण की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

बल्लीमारान विधानसभा के प्रमुख मुद्दे
बल्लीमारान विधानसभा के प्रमुख मुद्दे (ETV Bharat)

बाजार से खरीदना पड़ रहा पानी: वहीं कौसर कुरैशी ने बताया, इलाके के हालात बेहद खराब है. लोग गंदगी और पानी की समस्या से परेशान हो चुके हैं. गर्मी के मौसम में पानी बाजार से खरीद कर पीना पड़ता है. गरीब आदमी के लिए पानी खरीदना मुश्किल हो जाता है. बार-बार शिकायत करने के बाद भी सफाई नहीं होती. कई बार तो ऐसा हुआ कि खुद पैसे देकर मजदूरों से सफाई कराई गई. बरसात के मौसम भी हालत और खराब हो जाते हैं. सड़कों पर गंदगी का अंबार लग जाता है.

सीवर लाइन कई जगह ब्लॉक: वहीं एक अन्य निवासी ने कहा, यहां अधिकतर सड़कें टूटी हुई हैं. जब सड़क बनने के लिए काम शुरू होता है तो उसे महीने भर पहले से ही तोड़ दिया जाता है. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सीवर की भी काफी समस्या है. कई क्षेत्रों में सीवर लाइन ब्लॉक हो चुकी हैं. पानी की लाइन कई जगह से टूटी हुई है, जिसके चलते कई बार घरों में पाइपलाइन के जरिए गंदा पानी पहुंचता है.

बल्लीमारान विधानसभा में लोगों ने गिनाई समस्याएं (ETV Bharat)

2013 तक कांग्रेस, उसके बाद 'आप': गौरतलब है कि वर्ष 1993 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हारून युसुफ के जीतने का सिलसिला शुरू हुआ था, जो कि 2013 तक जारी रहा. इसके बाद 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी इमरान हुसैन ने पहले चुनाव में 33,877 वोट से और दूसरी बार 36,172 वोटों से जीत दर्ज की. 2008 में हारून युसुफ को भाजपा प्रत्याशी मोतीलाल सोढ़ी से टक्कर मिली थी. हालांकि वे 6,277 वोट से हार गए थे.

क्षेत्र से एक मंत्री रहा 'पक्का': बल्लीमारान विधानसभा सीट से विधायक बनने वाले नेता को दिल्ली में एक बार छोड़कर हमेशा कैबिनेट मंत्री बनने का मौका मिला है. जहां तीन बार शीला दीक्षित की सरकार में कांग्रेस के हारून युसुफ को कैबिनेट मंत्री बनने का मौका मिला, तो वहीं दो बार से इस सीट से जीते आप विधायक इमरान हुसैन मंत्री बने. इमरान हुसैन आम आदमी पार्टी की सरकार में मुख्य मुस्लिम चेहरा हैं.

दिल्ली के मतदाता
दिल्ली के मतदाता (ETV Bharat)

5 फरवरी को मतदान: गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान किया जाएगा. वहीं 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी. चुनाव आयोग की तरफ से दिल्ली चुनाव के लिए 7 जनवरी को घोषणा की गई थी. (पढ़ें पूरी खबर..)

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Last Updated : Jan 31, 2025, 5:08 PM IST
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