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कांवड़ियों के घुसने वाले रास्तों पर पुलिस की पैनी नजर, नियम तोड़ना पड़ेगा भारी

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Published : Jul 24, 2021, 3:41 PM IST

उत्तराखंड में बाहर से आने वाले तमाम यात्रियों को चेकिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. जो यात्री कांवड़ के मकसद से आ रहे हैं, उन्हें बॉर्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है. वहीं, अब पुलिस चोर रास्तों पर भी पैनी निगरानी रख रही है.

kanwar yatra
कांवड़ियों पर रोक

रुड़कीः कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने कांवड़ मेला (Kanwar Mela) को इस साल भी रद्द कर दिया है. कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद बॉर्डरों पर चौकसी बढ़ा दी गई है. प्रदेश के तमाम बॉर्डरों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गयी है. साथ ही चोर रास्तों पर भी पुलिस पिकेट लगाई गई हैं, ताकि कोई भी कांवड़िया प्रदेश में प्रवेश न कर सके.

दरअसल, सावन के पहले दिन से ही कांवड़ यात्रा का आगाज हो जाता है. इस दौरान विभिन्न प्रदेशों से शिवभक्त हरिद्वार पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते कांवड़ मेला स्थगित कर दिया गया है. जिसके मद्देनजर नारसन बॉर्डर पर अतिरिक्त फोर्स लगायी गयी है. बाहर से आने वाले तमाम यात्रियों को चेकिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. जो यात्री कांवड़ के मकसद से आ रहे हैं, उन्हें बॉर्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है.

कांवड़ियों पर पैनी नजर

ये भी पढ़ेंः कांवड़ियों को रोकने के लिए हुई इंटरस्टेट पुलिस मीटिंग, टैंकर से भेजेंगे गंगाजल

एसएसपी डी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि अतिरिक्त फोर्स लगाकर यात्रियों को चेक किया जा रहा है. इसके साथ ही बॉर्डर से सटे गांव के रास्तों पर भी पुलिस पिकेट लगाई गई है. ताकि कोई भी बाहरी कांवड़िया राज्य में प्रवेश न कर सके. साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी पैनी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि कोई भी बाहरी यात्री नियमों के विरुद्ध उत्तराखंड में प्रवेश करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.

ये भी पढ़ेंः कांवड़ यात्रा रद्द होने से हरिद्वार के कारोबारी निराश, सरकार से मदद की गुहार

बता दें कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट और देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसे में रजिस्ट्रेशन और कोविड आरटी पीसीआर (RT-PCR) रिपोर्ट चेक करने के बाद ही उन्हें राज्य में प्रवेश दिया जा रहा है. जो यात्री या कांवड़ किसी अन्य कारणों से बिना नियम राज्य में आने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें बॉर्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है.

रुड़कीः कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने कांवड़ मेला (Kanwar Mela) को इस साल भी रद्द कर दिया है. कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद बॉर्डरों पर चौकसी बढ़ा दी गई है. प्रदेश के तमाम बॉर्डरों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गयी है. साथ ही चोर रास्तों पर भी पुलिस पिकेट लगाई गई हैं, ताकि कोई भी कांवड़िया प्रदेश में प्रवेश न कर सके.

दरअसल, सावन के पहले दिन से ही कांवड़ यात्रा का आगाज हो जाता है. इस दौरान विभिन्न प्रदेशों से शिवभक्त हरिद्वार पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते कांवड़ मेला स्थगित कर दिया गया है. जिसके मद्देनजर नारसन बॉर्डर पर अतिरिक्त फोर्स लगायी गयी है. बाहर से आने वाले तमाम यात्रियों को चेकिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. जो यात्री कांवड़ के मकसद से आ रहे हैं, उन्हें बॉर्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है.

कांवड़ियों पर पैनी नजर

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एसएसपी डी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि अतिरिक्त फोर्स लगाकर यात्रियों को चेक किया जा रहा है. इसके साथ ही बॉर्डर से सटे गांव के रास्तों पर भी पुलिस पिकेट लगाई गई है. ताकि कोई भी बाहरी कांवड़िया राज्य में प्रवेश न कर सके. साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी पैनी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि कोई भी बाहरी यात्री नियमों के विरुद्ध उत्तराखंड में प्रवेश करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.

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बता दें कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट और देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसे में रजिस्ट्रेशन और कोविड आरटी पीसीआर (RT-PCR) रिपोर्ट चेक करने के बाद ही उन्हें राज्य में प्रवेश दिया जा रहा है. जो यात्री या कांवड़ किसी अन्य कारणों से बिना नियम राज्य में आने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें बॉर्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है.

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