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हरिद्वार पुलिस ने इनामी ठग को चेन्नई से अरेस्ट किया, तीन बैट्री चोर भी दबोचे गए - हरिद्वार लेटेस्ट न्यूज

हरिद्वार जिले में कई लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाकर लंबे समय से फरार चल रहे इनामी ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी चेन्नई से पकड़ा गया है.

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Published : Dec 21, 2022, 5:27 PM IST

हरिद्वार: पांच हजार रुपए के इनामी ठग को हरिद्वार पुलिस ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है. आरोपी पर हरिद्वार के अलग-अलग थानों करोड़ों रुपए की ठगी के मुकदमा दर्ज हैं. लंबे से आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था, लेकिन इस बार वो अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाया और हरिद्वार पुलिस ने आरोपी को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया.

रानीपुर कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी पुष्पेंद्र मिश्रा पुत्र जमुना प्रसाद मिश्रा निवासी पुणे महाराष्ट्र के खिलाफ एक फर्म से ₹24 लाख का फ्रॉड का मामला दर्ज था. करीब 2 साल पहले हुए इस फ्रॉड के मामले में कोतवाली रानीपुर पुलिस आरोपी को लगातार तलाश रही थी, लेकिन कई बार दबिश देने के बाद भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था. यही कारण है कि हाल ही में एसएसपी हरिद्वार ने आरोपी पर पांच हजार रुपए की इनाम घोषित किया.
पढ़ें- अंकिता भंडारी हत्याकांड की नहीं होगी CBI जांच, हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

कोतवाली रानीपुर की औद्योगिक क्षेत्र चौकी प्रभारी अरविंद रतूड़ी को हाल ही में सूचना मिली थी कि आरोपी चेन्नई में है, जिसके बाद पुलिस टीम ने चेन्नई तमिलनाडु में छापेमारी कर आरोपी को धर दबोचा. औद्योगिक क्षेत्र गैस प्लांट चौकी प्रभारी अरविंद रतूड़ी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हरिद्वार के ही अलग-अलग थाना क्षेत्रों में करोड़ों रुपए के धोखाधड़ी के मामले दर्ज चले आ रहे हैं. अकेले कोटक महिंद्रा बैंक से भी आरोपी ने करीब 5 करोड़ की धोखाधड़ी की है. इसके अलावा कई अन्य फर्मों से भी इसने लाखों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था. इसके खिलाफ कई थाना क्षेत्रों में धोखाधड़ी के मुकदमा दर्ज है, अब आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज: वहीं, हरिद्वार में जीएसटी के नाम पर 1.29 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. आरोप है कि कनखल निवासी व्यक्ति ने खुद को अधिवक्ता बताकर जीएसटी के नाम पर धोखाधड़ी की है. पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक महेंद्र सिंह निवासी ए-चार, निकट ऑक्सफोर्ड स्कूल नवोदयनगर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह सिडकुल की फैक्ट्री में कनवेयर बेल्ट सप्लायर करने का कार्य करते हैं. बिल के लिए जीएसटी नंबर लेना जरूरी हो गया. इसी सिलसिले में सिडकुल में राकेश निवासी पीठ पुलिया के पास जगजीतपुर कनखल से मुलाकत हुई. उसने खुद को कर अधिवक्ता बताते हुए जीएसटी, इनकम टैक्स आदि का कार्य करने की बात कही.

आरोप है कि जीएसटी नंबर लेने की फीस राकेश को दे दी गई. उसने जीएसटी नंबर तो दिलवा दिया, लेकिन उसमें फोन नंबर एवं ईमेल आईडी राकेश कुमार ने अपनी ही भर दी. जिससे जीएसटी नंबर पर होने वाली कार्रवाई का पता महेंद्र को न चल सके. आरोप है कि टैक्स जमा करने के लिए 20 जुलाई 2019 को 10 हजार और फिर इसी दिन 65 हजार ऑनलाइन राकेश को ट्रांसफर कर दिए. इसी तरह अलग-अलग बारी में कुल 1.29 लाख रुपये दे दिए.

आरोप है कि फैक्ट्री से जानकारी मिली कि जीएसटी नंबर पोर्टल पर न दिखने से वह उसका भुगतान नहीं कर सकते हैं. जीएसटी नंबर के कारण करीब आठ लाख रुपये का भुगतान डूब गया. आरोप लगाया कि राकेश ने जीएसटी के नाम पर छल कपट कर पैसे हड़पे हैं. सिडकुल थाना प्रभारी प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

बैटरी चोर गिरफ्तार: हरिद्वार की सिडकुल थाना पुलिस ने चंद घंटों के भीतर मोबाइल टावर में सेंधमारी कर बैटरी उड़ाने वाले तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर टावर से चुराई गई 24 बड़ी बैटरी भी बरामद की हैं. सिडकुल थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार रात करीब 11 बजे पुलिस को आइडिया के मोबाइल टावर संचालक द्वारा सूचना दी गई कि उनका टावर चलते-चलते अचानक बंद हो गया. जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर देखा तो टावर को चलाने के लिए लगी 24 बड़ी बैटरी गायब हैं.
पढ़ें- हरिद्वार में फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट छीन ले गए स्कूटी, कोर्ट ने कहा मुकदमा दर्ज करो

इस सूचना के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने 3 लोगों को चिन्हित किया और कुछ ही देर में उनमें से एक आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा. जिसकी निशानदेही पर न केवल उसके साथ चोरी की घटना को अंजाम देने वाले बाकी दो चोर पकड़े गए बल्कि चोरी की गई 24 बड़ी बैटरी भी बरामद कर ली गई.

हरिद्वार: पांच हजार रुपए के इनामी ठग को हरिद्वार पुलिस ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है. आरोपी पर हरिद्वार के अलग-अलग थानों करोड़ों रुपए की ठगी के मुकदमा दर्ज हैं. लंबे से आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था, लेकिन इस बार वो अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाया और हरिद्वार पुलिस ने आरोपी को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया.

रानीपुर कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी पुष्पेंद्र मिश्रा पुत्र जमुना प्रसाद मिश्रा निवासी पुणे महाराष्ट्र के खिलाफ एक फर्म से ₹24 लाख का फ्रॉड का मामला दर्ज था. करीब 2 साल पहले हुए इस फ्रॉड के मामले में कोतवाली रानीपुर पुलिस आरोपी को लगातार तलाश रही थी, लेकिन कई बार दबिश देने के बाद भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था. यही कारण है कि हाल ही में एसएसपी हरिद्वार ने आरोपी पर पांच हजार रुपए की इनाम घोषित किया.
पढ़ें- अंकिता भंडारी हत्याकांड की नहीं होगी CBI जांच, हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

कोतवाली रानीपुर की औद्योगिक क्षेत्र चौकी प्रभारी अरविंद रतूड़ी को हाल ही में सूचना मिली थी कि आरोपी चेन्नई में है, जिसके बाद पुलिस टीम ने चेन्नई तमिलनाडु में छापेमारी कर आरोपी को धर दबोचा. औद्योगिक क्षेत्र गैस प्लांट चौकी प्रभारी अरविंद रतूड़ी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हरिद्वार के ही अलग-अलग थाना क्षेत्रों में करोड़ों रुपए के धोखाधड़ी के मामले दर्ज चले आ रहे हैं. अकेले कोटक महिंद्रा बैंक से भी आरोपी ने करीब 5 करोड़ की धोखाधड़ी की है. इसके अलावा कई अन्य फर्मों से भी इसने लाखों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था. इसके खिलाफ कई थाना क्षेत्रों में धोखाधड़ी के मुकदमा दर्ज है, अब आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज: वहीं, हरिद्वार में जीएसटी के नाम पर 1.29 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. आरोप है कि कनखल निवासी व्यक्ति ने खुद को अधिवक्ता बताकर जीएसटी के नाम पर धोखाधड़ी की है. पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक महेंद्र सिंह निवासी ए-चार, निकट ऑक्सफोर्ड स्कूल नवोदयनगर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह सिडकुल की फैक्ट्री में कनवेयर बेल्ट सप्लायर करने का कार्य करते हैं. बिल के लिए जीएसटी नंबर लेना जरूरी हो गया. इसी सिलसिले में सिडकुल में राकेश निवासी पीठ पुलिया के पास जगजीतपुर कनखल से मुलाकत हुई. उसने खुद को कर अधिवक्ता बताते हुए जीएसटी, इनकम टैक्स आदि का कार्य करने की बात कही.

आरोप है कि जीएसटी नंबर लेने की फीस राकेश को दे दी गई. उसने जीएसटी नंबर तो दिलवा दिया, लेकिन उसमें फोन नंबर एवं ईमेल आईडी राकेश कुमार ने अपनी ही भर दी. जिससे जीएसटी नंबर पर होने वाली कार्रवाई का पता महेंद्र को न चल सके. आरोप है कि टैक्स जमा करने के लिए 20 जुलाई 2019 को 10 हजार और फिर इसी दिन 65 हजार ऑनलाइन राकेश को ट्रांसफर कर दिए. इसी तरह अलग-अलग बारी में कुल 1.29 लाख रुपये दे दिए.

आरोप है कि फैक्ट्री से जानकारी मिली कि जीएसटी नंबर पोर्टल पर न दिखने से वह उसका भुगतान नहीं कर सकते हैं. जीएसटी नंबर के कारण करीब आठ लाख रुपये का भुगतान डूब गया. आरोप लगाया कि राकेश ने जीएसटी के नाम पर छल कपट कर पैसे हड़पे हैं. सिडकुल थाना प्रभारी प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

बैटरी चोर गिरफ्तार: हरिद्वार की सिडकुल थाना पुलिस ने चंद घंटों के भीतर मोबाइल टावर में सेंधमारी कर बैटरी उड़ाने वाले तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर टावर से चुराई गई 24 बड़ी बैटरी भी बरामद की हैं. सिडकुल थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार रात करीब 11 बजे पुलिस को आइडिया के मोबाइल टावर संचालक द्वारा सूचना दी गई कि उनका टावर चलते-चलते अचानक बंद हो गया. जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर देखा तो टावर को चलाने के लिए लगी 24 बड़ी बैटरी गायब हैं.
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इस सूचना के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने 3 लोगों को चिन्हित किया और कुछ ही देर में उनमें से एक आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा. जिसकी निशानदेही पर न केवल उसके साथ चोरी की घटना को अंजाम देने वाले बाकी दो चोर पकड़े गए बल्कि चोरी की गई 24 बड़ी बैटरी भी बरामद कर ली गई.

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