हरिद्वार: जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के सुभाष वर्मा का अध्यक्ष चुने जाने के बाद से कांग्रेस और बसपा की राजनीति में अंतर्कलह की खबरे सामने आ रही है. 47 में से 6 सदस्यों वाली भाजपा का अध्यक्ष चुना जाना कांग्रेस और बसपा के गले नहीं उतर रहा है. वहीं अब दोनों ही पार्टियों के नेता सरकार पर धनबल का प्रयोग कर चुनाव जीतने और अपनी पार्टी के कुछ सदस्यों पर भाजपा के हाथों बिकने आरोप लगा रहे हैं.
कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य राव अफाक अली ने हार के पीछे अपनी ही पार्टी के जिला पंचायत सदस्यों पर भाजपा के हाथों बिकने का आरोप लगाया है. साथ ही राव अफाक अली ने इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक का कोई सहयोग न मिलने की बात कही है. राव अफाक अली ने मांग कि जिन सदस्यों ने पैसा लेकर भाजपा को वोट दिया है उसकी जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर ऐसे सदस्यों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए.
वहीं बसपा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस जीत को भाजपा सरकार की बेईमानी करार दिया है. उनका कहना है कि भाजपा ने उनकी पार्टी के सदस्यों पर वोट पाने के लिए उन पर दबाव बनाया और उनकी खरीद फरोख्त की. साथ ही बताया कि जल्द ही वो बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलकर उन्हें इस घटनाक्रम की जानकारी देंगे. साथ ही भाजपा के हाथों बिकने वाले जिला पंचायत सदस्यों की जांच कराकर उन पर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे.
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भले ही बसपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेता भाजपा की जीत को लेकर आरोप लगा रहे हो लेकिन भाजपा ने हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा कर अपने बीस साल के वनवास को तोड़ा दिया है.