हरिद्वार: ओलंपिक में अपने धमाकेदार प्रदर्शन से चर्चा में आई हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया के घर के बाहर हुई हंगामेदार घटना के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. खास बात यह है कि पकड़े गए तीनों आरोपियों में से दो मुख्य आरोपी सगे भाई हैं. जिसमें आरोपी विजयपाल नेशनल स्तर पर हॉकी भी खेल चुका है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वंदना कटारिया के भाई पंकज कटारिया ने भी कई तरह की बातें बताईं. वहीं, आरोपियों के परिजनों ने भी उन पर लग रहे आरोपों पर खुलकर बातचीत की.
विवाद के बारे में बात करते हुए वंदना कटारिया के भाई पंकज कटारिया ने बताया सेमीफाइनल के दिन सब कुछ सही चल रहा था, अचानक घर के बाहर पटाखों की आवाज सुनाई दी. हमने बाहर आकर देखा तो पड़ोस का विजयपाल अपनी छत पर पटाखे फोड़ रहा था. इतना ही नहीं उसने कई तरह की हरकतें भी कीं और आसपास के लोगों ने पटाखे फोड़ने का विरोध भी किया.
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पड़ोसियों से अच्छे थे संबंध: पंकज कहते हैं हमें नहीं मालूम हमारे पड़ोसियों ने ऐसा क्यों किया, क्योंकि उनके और हमारे संबंध बेहद अच्छे थे. पंकज खुद बताते हैं कि जिस लड़के से विवाद हुआ है, वह हॉकी नेशनल खेल चुका है. वह अच्छा प्लेयर है. उसने यह हरकत किसके कहने पर की, यह मालूम नहीं है. लेकिन ऐसा करके उसने अपना करियर जरूर बर्बाद कर लिया है.
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वंदना करती थी विजयपाल की मदद: पंकज कहते हैं कि इतना सब कुछ होने के बाद भी उनके परिवार का कोई भी सदस्य उनसे बात करने तक नहीं आया. इसका मतलब साफ है कि अभी भी वे उसी रवैया को अपनाए हुए हैं. वे कहते हैं हमें याद है कि वंदना जब भी अपने घर पर आती थी तो आरोपी विजयपाल के लिए कुछ ना कुछ जरूर लेकर आती थी. वंदना ने उन्हें न केवल अपना किट दिया, बल्कि कई बार हॉकी स्टिक, बॉल और जूते भी दिए, उसके बाद भी उसने ये हरकत क्यों की ये वो नहीं जानते.
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'यहां से शिफ्ट होना चाहते हैं': बातों ही बातों में पंकज ने बेहद चौंकाने वाली बात कही. उन्होंने कहा वह नहीं चाहते कि इस तरह का विवाद आने वाली पीढ़ी के साथ हो, लिहाजा अब वह अपने पूरे परिवार के साथ यहां से कहीं और शिफ्ट होना चाहते हैं. उनका कहना है कि उनकी मां और पूरा परिवार इस बात के लिए राजी हो जाएगा.
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विवाद से वंदना की मां भी चिंतित: वंदना कटारिया की मां कहती हैं कि इस पूरे विवाद से वह बेहद चिंतित हैं. बेटी बाहर खेलने गई है और पड़ोस में जब खुशी का माहौल होना चाहिए था, तब इस तरह की हरकतें हुईं. हमें नहीं मालूम कि वह क्या सोचते हैं और उनके मन में क्या बात बैठी हुई है, लेकिन इतना जरूर है कि 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
वंदना की मां का कहना है कि खुद उन्होंने पटाखे की आवाज सुनी थी. बेटे पंकज के इस मकान से कहीं और शिफ्ट हो जाने के बयान पर वह कहती हैं कि पुश्तैनी मकान है, सभी बच्चों का जन्म यहीं हुआ है, लिहाजा इतनी जल्दी इस मकान को छोड़ना संभव नहीं होगा. बता दें कि वंदना 9 भाई-बहन हैं, जिसमें चार भाई और पांच बहनें शामिल हैं.
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विवाद में आरोपी के परिवार का पक्ष: ईटीवी भारत में इस पूरे मामले में आरोपी विजयपाल के परिवार से भी बातचीत की. उसका घर वंदना कटारिया के घर से महज 15 कदम की दूरी पर है. आरोपी युवकों की मां और उनकी बहन ने बातचीत करते हुए कुछ कागजात दिखाए, जो इस बात की तस्दीक कर रहे थे कि जिन लोगों के ऊपर जाति सूचक शब्द कहने और पटाखे फोड़ने का आरोप लगा है वह भी हॉकी के नेशनल प्लेयर हैं.
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उनके बच्चों को फंसाया जा रहा है: विजयपाल की बहन बताती हैं कि उनके भाई पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को हॉकी की कोचिंग भी दे रहे हैं. लेकिन इस पूरे विवाद के बाद उनका करियर पूरी तरह से खत्म हो गया है. रोते हुए आरोपियों की मां कहती है कि उनके बच्चों को फंसाया जा रहा है. घटना के दिन उनके बेटे को तेज बुखार था. उन्होंने भी पटाखे की आवाज सुनकर अपनी छत का रूख किया.
जहां उन्होंने देखा कि पटाखों के कुछ टुकड़े उनकी छत पर भी पड़े हुए थे. पटाखों की आवाज सुनकर ही और लोग छत पर आये थे. इसके बाद जब वे नीचे आए तो कुछ पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहर बुलाया. जिसके बाद वे विजयपाल को अपने साथ ले गये.
परचून की दुकान से शुरू हुआ विवाद: आरोपी युवकों की मां और बहन कहती हैं कि यह विवाद बेहद पुराना है. आज से कुछ समय पहले हमारी परचून की दुकान हुआ करती थी. घर के सामने वंदना कटारिया का परिवार रहता था. वे लोग परचून की दुकान से सामान खरीदा करते थे. एक बार उन्होंने 4 महीने तक सामान का पैसा नहीं दिया. पैसों के लिए जब उनके परिवार से संपर्क किया तो उन्होंने लड़ाई शुरू कर दी.
बर्बाद हो रहा भविष्य और परिवार: आरोपी की बहन बताती हैं कि इससे पहले भी दोनों परिवारों के बीच संघर्ष हो चुका है. लेकिन इस बार अचानक से क्या हुआ, उनको भी खबर नहीं लगी. वह कहती हैं कि उनके भाई पूरी तरह से निर्दोष हैं.
परिवार के सदस्यों का कहना है कि अभी भी वह वंदना कटारिया के परिवार से बातचीत करके इस पूरे मामले का हल निकालना चाहते हैं. इस पूरे विवाद के कारण उनका परिवार बर्बाद हो रहा है. मोहल्ले वाले उनसे बात नहीं कर रहे हैं. हर कोई सिर्फ वंदना कटारिया के घर आकर उनकी ही पीड़ा सुन रहा है. हमें पूछने वाला कोई नहीं है.