हरिद्वार: राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन (Government Primary Teachers Association) ने कड़ाके की सर्दी के बीच मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन (Demonstration at Chief Education Officer office) किया. एसोसिएशन ने मांग की कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा. प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी ने धरना स्थल पर पहुंचकर धरना खत्म कराया और दो सप्ताह के भीतर समस्या के निदान का आश्वासन दिया है.
जिला उपाध्यक्ष डॉ. शिवा अग्रवाल ने कहा कि अगर शिक्षकों का उत्पीड़न होता रहा तो उसके लिए संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकारी गाड़ियों में घूमने वाले अधिकारी सुनियोजित तरीके से स्कूलों ओर उनके अध्यापकों को बदनाम कर रहे हैं. धरने को संबोधित करते हुए उत्तराखंड क्रांतिकारी और बहादराबाद के महामंत्री नरेंद्र मैठाणी ने कहा कि प्रमोशन लिस्ट शीघ्र जारी की जाए और शिक्षकों की मांगों का समाधान हो.
मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. विभाग में दलालों का वर्चस्व है और आदेशों के विपरीत सहायक अध्यापकों को बाबू गिरी कराने के लिए ब्लॉक एवं स्कूलों का प्रभार दे रखा है. स्थिति इतनी विकट है कि शिक्षकों का दोहन किया जा रहा है. महामंत्री दर्शन सिंह पंवार ने कहा कि पूर्व में लंबित मांगों को लेकर कई बार जिले के अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया. परंतु अधिकारी उदासीन बने हुए हैं.
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इन मांगों को लेकर प्रदर्शनः प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षकों के प्रमोशन, सहायक अध्यापकों को नियम विरुद्ध ब्लॉक का प्रभार देना, उप शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार सहित तमाम अन्य मुद्दों को लेकर संघर्ष किया जा रहा है. वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोपाल भट्टाचार्य ने कहा कि शिक्षक समाज को यदि आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़े तो इससे दुर्भाग्यजनक कुछ नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि विकासखंडों में भ्रष्टाचार चरम पर है और शिक्षकों द्वारा ही शिक्षकों का उत्पीड़न कराया जा रहा है.